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यूपी किरण डेस्क। वरिष्ठ बीजेपी नेता और सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पर विवादित टिप्पणी की है। दिलीप घोष ने एक वीडीओ में सीएम ममता का मजाक उड़ाया है। इस पर अब तीखा विवाद खड़ा हो गया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) खासा आक्रामक अंदाज में बीजेपी के ख़िलाफ प्रतिक्रिया दी है। टीएमसी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के यहां बीजेपी सांसद के बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।  

विवादित वीडीओ में बीजेपी सांसद दिलीप घोष टीएमसी के नारे, बांग्ला निजेर मेये के चाय (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाया है। इस वीडीओ में दिलीप घोष कह रहे हैं कि जब ममता बनर्जी गोवा जाती है, तो कहती है कि वह गोवा की बेटी है। त्रिपुरा में वह करती है कि वह त्रिपुरा की बेटी है। पहले उन्हें स्पष्ट करने दीजिए। बताते चलें कि वर्ष 2021 के चुनाव में 'बांग्ला निजेर मेये केई चाय' टीएमसी का नारा था।

दिलीप घोष की टिप्पणी पर आक्रामक हुई टीएमसी ने कहा है कि दिलीप घोष की टिप्पणी बीजेपी के डीएनए को दर्शाता है। टीएमसी ने एक वीडियो क्लिप साझा कर कहा है कि पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष, जो वर्तमान में बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, ने टीएमसी के नारे 'बांग्ला निजेर मेये के चाय (बंगाल अपनी बेटी चाहता है)' का मजाक उड़ाया था। टीएमसी ने बीजेपी सांसद के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है।

ममता सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने कहा कि महिला विरोधी टिप्पणियां बीजेपी के डीएनए में मौजूद है। इसके लिए दिलीप घोष को माफी मांगनी चाहिए। टीएमसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दिलीप घोष राजनीतिक नेतृत्व के नाम पर अपमानजनक है। मां दुर्गा की वंशावली को चुनौती देने से लेकर अब ममता बनर्जी की वंशावली पर सवाल उठाने तक वह नैतिक दिवालियापन की सबसे गहरी खाई में डूब गए हैं। टीएमसी ने कहा कि इस तरह के बयान से स्पष्ट है कि दिलीप घोष के मन में बंगाल की महिलाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है, चाहे वह हिंदू धर्म की प्रतिष्ठित देवी हों या भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हों।  

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