अमेरिका ने भारत को दी धमकी तो मिला करारा जवाब, सैयद अकबरुद्दीन बोले-‘कूटनीति नहीं जबरदस्ती की भाषा है’

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वाशिंगटन। यूक्रेन पर हुए रूसी हमले को रोकने के लिए यूरोपीय देशों द्वार रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं और दुनिया के तमाम देशों पर रूस की खिलाफत करने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Dupty NSA) दलीप सिंह ने रूस को लेकर भारत को भी धमकी दी है। जिपर पलटवार करते हुए भारत ने उन्हें कड़ा जवाब दिया है।

Syed Akbaruddin

यूएस की इस धमकी का जवाब देते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे सैयद अकबरूद्दी ने डिप्टी एनएसए दलीप सिंह की आलोचना की है और कहा है कि ये कूटनीति की भाषा नहीं है, ये जबरदस्ती की भाषा है। सैयद अकबरूद्दीन ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा, ”तो ये हमारा दोस्त है, ये कूटनीति की भाषा नहीं है, ये जबरदस्ती की भाषा है,कोई इस युवक को बताए कि एकतरफा दंडात्मक प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।”

बता दें कि रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अमेरिकी डिप्टी एनएसए दलीप सिंह दो दिनों की यात्रा पर आये हुए थे। उनकी ये यात्रा यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर मास्को की आलोचना नहीं करने के भारत के रुख पर पश्चिमी देशों में बेचैनी बढ़ने की पृष्ठभूमि में है।

इसी यात्रा के दौरान डिप्टी एनएसए दिलीप सिंह ने मास्को और बीजिंग के बीच ‘‘असीमित’’ साझेदारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘चीन, रूस पर जितना प्रभाव बनाएगा, वह भारत के लिए उतना ही कम अनुकूल होगा, मुझे नहीं लगता कि कोई मानेगा कि अगर चीन ने एलएसी का उल्लंघन किया तो रूस ,भारत की रक्षा के लिए दौड़ा चला आएगा।’’ दलीप सिंह ने यह भी कहा कि रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों में सक्रियता से गतिरोध उत्पन्न करने वाले देशों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

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