नई दिल्ली॥ पीएम मोदी को ट्विटर पर अनफॉलो करने के बाद व्हाइट हाउस ने बुधवार को स्पष्टीकरण दिया है। एक न्यूज पेपर पर छपी खबर के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने बताया कि टि्वटर हैंडल आम तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कुछ अवधि के लिए ही मेजबान देशों के अफसरों के ट्विटर अकाउंट को फॉलो करता है।
ताकि यात्रा के समर्थन में उनके संदेशों को रिट्वीट किया जा सके। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की फरवरी के अंतिम सप्ताह में हिंदुस्तान की यात्रा की थी। इस दौरान व्हाइट हाउस के आधिकारिक टि्वटर हैंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, अमेरिका में भारतीय दूतावास, हिंदुस्तान में अमेरिकी दूतावास और हिंदुस्तान में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर के अकाउंट को फॉलो करना शुरू किया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने इन सभी छह टि्वटर हैंडलों को अनफॉलो कर दिया। इसके बाद व्हाइट हाउस से जुड़े अफसर ने न्यूज एजेंसी भाषा से कहा है कि टि्वटर अकाउंट सामान्यत अमेरिकी सरकार के दिग्गज अफसरों और अन्य के टि्वटर अकाउंट्स को फॉलो करता है।
उदाहरण के लिए राष्ट्रपति की किसी यात्रा के दौरान कुछ अवधि के लिए मेजबान देशों के अफसरों को फॉलो करता है। सोशल मीडिया पर लोग साध रहे निशाना व्हाइट हाउस के ट्विटर अकाउंट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनफॉलो करने पर सोशल मीडिया पर निशाना साध रहे। कई लोग मुस्लिमों के मुद्दे से भी जोड़ रहे थे।
कांग्रेस के सीनियर नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि व्हाइट हाउस द्वारा टि्वटर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी को अनफॉलो किए जाने से उन्हें निराशा हुई है और विदेश मंत्रालय को इसका संज्ञान लेना चाहिए।