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who is Mike Waltz: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत कॉकस के प्रमुख माइक वाल्ट्ज, जो कि सेवानिवृत्त आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी और युद्ध के अनुभवी हैं, उनको अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाने के लिए कहा है।

एनएसए जिसके लिए सीनेट की पुष्टि की जरुरत नहीं होती, शक्तिशाली होता है। वाल्ट्ज को यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के चल रही कोशिशों, रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते गठबंधन के बारे में बढ़ती चिंताओं, मध्य पूर्व में ईरान समर्थित प्रॉक्सी द्वारा निरंतर हमलों और इज़राइल, हमास और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष विराम के लिए दबाव सहित अहम राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर ट्रंप को जानकारी देने का काम सौंपा जाएगा।

ट्रंप के वफादार हैं माइक वाल्ट्ज

पूर्व-मध्य फ्लोरिडा से तीन बार जीओपी कांग्रेस के सदस्य रहे वाल्ट्ज, अमेरिकी सदन में चुने गए पहले ग्रीन बेरेट थे और बीते हफ्ते आसानी से फिर से चुनाव जीत गए। वे सदन की सशस्त्र सेवा उपसमिति के अध्यक्ष और सदन की विदेश मामलों की समिति और खुफिया मामलों की स्थायी चयन समिति के सदस्य रहे हैं। साथ ही वो चीन के कट्टर आलोचक भी थे।

ट्रम्प के वफ़ादार वाल्ट्ज, जिन्होंने कर्नल के रूप में नेशनल गार्ड में भी काम किया है, उन्होंने एशिया-प्रशांत में चीनी गतिविधि की आलोचना की है और संयुक्त राज्य अमेरिका को इस क्षेत्र में संभावित संघर्ष के लिए तैयार रहने की जरुरत पर आवाज़ उठाई है। वाल्ट्ज ट्रम्प के एक उत्साही समर्थक हैं जिन्होंने 2020 के चुनाव को पलटने के प्रयासों का समर्थन किया। उन्हें चीन के प्रति आक्रामक माना जाता है और उन्होंने कोरोना की उत्पत्ति में इसकी संलिप्तता और अल्पसंख्यक मुस्लिम उइगर आबादी के साथ इसके चल रहे दुर्व्यवहार के कारण बीजिंग में 2022 शीतकालीन ओलंपिक का अमेरिका द्वारा बहिष्कार करने का आह्वान किया। वर्जीनिया मिलिट्री इंस्टीट्यूट से स्नातक वाल्ट्ज ग्रीन बेरेट थे।

उन्होंने फ्लोरिडा गार्ड में जाने से पहले चार साल तक सक्रिय-ड्यूटी सेना में सेवा की। गार्ड में रहते हुए उन्होंने अफ़गानिस्तान, मध्य पूर्व और अफ्रीका में कई युद्ध दौरे किए और उन्हें चार कांस्य सितारे दिए गए, जिनमें से दो वीरता के लिए थे। उन्होंने पेंटागन में नीति सलाहकार के रूप में भी काम किया, जब डोनाल्ड रम्सफेल्ड और रॉबर्ट गेट्स रक्षा प्रमुख थे। 
 

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