नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अब देशभर में प्रदर्शन तेज़ हो गया है, जिसके बाद लोग सड़को पर उतर चुके है. आपको बता दें कि इसी बीच नागरिकता कानून और एनआरसी पर नेताओं के विवादित बयान भी देखने को मिल रहे हैं। जिसके बाद राजनीति का गरमा तय हो चूका है. आपको बता दें कि इस बीच महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता जितेंद्र अवध ने भी एक ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद बढ़ सकता है।
#WATCH Jitendra Awhad,NCP in Thane:Main Delhi ke takht se poochta hoon,ab tu maangega mujhse saboot mere deshvasi hone ka?Toh sun,jab tera baap sar jhukakar angrezon ke talwe chaat raha tha,tab mera baap phansi ke takht ko choomke inquilab zindabad ke naare laga raha tha.(18.01) pic.twitter.com/WOwKP167xQ
— ANI (@ANI) January 20, 2020
गौरतलब है कि एनसीपी नेता जितेंद्र अवध ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे देशवासी होने का सबूत नहीं देंगे। वहीं समाचार एजेंसी एएनआई ने एनसीपी नेता जितेंद्र अवध का एक वीडियो जारी किया है। इसमें एनसीपी नेता जितेंद्र कहते हैं, ‘मैं दिल्ली के तख्त से पूछता हूं, अब तू मांगेगा मुझसे सबूत मेरे देशवासी होने का? तो सुन, जब तेरा बाप सर झुकाकर अंग्रेजों के तलवे चाट रहा था, तब मेरा बाप फांसी के तख्त को चूम के इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगा रहा था।’
दरअसल, नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली के शाहीनबाग से लेकर अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन जारी है। विपक्षी पार्टियां इस कानून को वापस लेने की मांग कर ही हैं। साथ ही जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, उन राज्यों ने इसे लागू नहीं करने का ऐलान किया है। इसके अलावा, केरल सरकार ने इस कानून की वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
दरअससल, नागरिकता कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के सदस्य के लिए नागरिकता प्रदान करता है, जो 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आ गए थे, लेकिन मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के लिए नहीं।