देश में फिर क्यों तेजी से बढ़ रहा कोरोना का खतरा? ये हैं 3 बड़े कारण

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नई दिल्ली॥ देश में एक बार फिर कोविड-19 महामारी का ग्राफ चढ़ने लगा है। बीते दो दिन से 16 हजार से अधिक नए मामले दर्ज हो रहे हैं और प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या भी 100 के पार है। जानकार बता रहे हैं कि जांच में कमी, नया स्ट्रेन व टीकाकरण में देरी सहित 3 ऐसे कारण हैं जो काबू में आए वायरस की स्थिति को फिर से बिगाड़ रहे हैं। इस पर सरकार को फौरन कोई फैसला लेना चाहिए।

  • भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के डाटा के अनुसार, बीते वर्ष सितंबर में देश हर दिन दस लाख से अधिक लक्षणों की कोरोना जांच की जा रही थी। लेकिन इस वर्ष फरवरी आते-आते मुल्क में जांचे इतनी घट गईं कि हर दिन 6-8 लाख सैंपलों की ही जांच हो रही है। बीते चौबीस घंटों में भी देश में 8,31,807 नमूनों की जांच हुई। देश में अबतक कुल 21,46,61,465 सैंपलों की जांच हो चुकी है।
  • अंतरराष्ट्रीय डॉक्टर मानते हैं कि दिसंबर-जनवरी में देश में महामारी का संक्रमण घटा, जिसके बाद लोग लापरवाही करने लगे और जांचें भी कम हो गई। इस कारण भी अब देश के महाराष्ट्र सहित 5 प्रदेशों में संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि देश में संक्रमण घटने के पीछे का एक अहम कारण बहुत बड़ी आबादी के बॉडी में कोरोना वायरस के विरूद्ध एंटीबॉडी विकसित हो जाना रहा होगा।
  • भारत सरकार बता चुकी है कि ब्रिटेन में सबसे पहले पहचाने गए वायरस के एक नए संस्करण के देश में 180 से ज्यादा केसेज दर्ज हो चुके हैं। साथ ही साउथ अफ्रीका तथा ब्राजील से विश्व के दूसरे हिस्सों में फैले वायरस के एक और नए संस्करण के भी राष्ट्र में कई मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस के नए रूपों के असर की वजह से कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं।

 

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