महिला ले गई लड़की, कंपनी ने कैद कर रखा, कर रही ये काम, पढ़ें हैरान करने वाला मामला

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बांसवाड़ा। जिले की पुलिस बेटियों की सुरक्षा को लेकर कितनी संवेदनशील है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पांच माह पूर्व एक मां ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट कोतवाली थाना क्षेत्र की हाउसिंग बोर्ड चौकी पर दर्ज कराई थी इसके बावजूद अभी तक पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। मां ने पुलिस को उसकी बेटी को ले जाने वाली महिला और उसका मोबाइल नंबर तक दिया उसके बाद भी पुलिस कोरोना का नाम लेकर लड़की को खोजने की जरूरत नहीं समझ रही है।

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सविता डामोर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी

शहर के श्यामपुरा क्षेत्र के रहने वाले जोकिया मईडा की पत्नी तुलसी देवी ने 24 दिसम्बर 2020 को हाउसिंग बोर्ड पुलिस चौकी में उसकी पुत्री सविता डामोर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में प्रार्थिया तुलसी देवी ने बताया कि उसकी बेटी सविता को 19 दिसम्बर 2020 को उसके मामा के गांव कंभोल जो कि प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट थाना क्षेत्र में है कि लिए रोडवेज की बस में बैठकर रवाना हुई थी।

दूसरे दिन जब बेटी से बात करने के लिए उसके मामा के घर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि सविता तो यहां आई ही नहीं है। यह जानकर मां-बाप के होश उड़ गए और आनन फानन में सभी रिश्तेदारों और जान पहचान के वहां खोज खबर शुरू कर दी लेकिन उनकी बेटी का कहीं पता नहीं चला। जिसके बाद 24 दिसम्बर को लड़की की मां तुलसी देवी ने कोतवाली में गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज कराया तथा उसकी बेटी को ले जाने वाली एक संदिग्ध महिला का नाम एवं उसका मोबाइल नंबर भी बताया। इसके बाद कई बार पीड़ित परिवार संबंधित अधिकारियों से कई बार बेटी की तलाश करने की गुहार लगा चुका है।

मछली पकड़ने की कंपनी में काम करती

इसी दौरान पीड़ित परिवार को उसकी लापता बेटी के कोलकत्ता के आस पास होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी भी जानकारी पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोरोना काल का हवाला देते हुए कोई सहयोग नहीं किया। परिजनों के अनुसार उन्हें सविता से फोन पर सम्पर्क किया था तो उसने बताया कि वह कोलकता से करीब चार घंटे की दूरी पर पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कातीडीजे गांव में है। वहां एक मछली पकड़ने की कंपनी में काम करती है। यहां कई दिनों से वह उनके कब्जे में है। कंपनी के लोग कहीं बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। उसने बताया कि यहां पर देश के कई राज्यों के करीब 500 से अधिक लड़के लड़कियां हैं।

बांसवाड़ा कोतवाली प्रभारी मोतीसिंह ने बताया की पहले लड़की का फोन स्विच ऑफ आ रहा था, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी। अब उसका फोन चालू है तो यथासंभव लाने की कोशिश करेंगे।

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