हेल्थ डेस्क। ठंड धीरे-धीरे अपना असर दिखाने लगा है। खासकर शाम से लेकर सुबह देर तक कुहासा से तापमान में भारी गिरावट और ठंड में वृद्धि होने लगी है। ऐसे स्वास्थ्य को लेकर हर किसी को विशेष सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। ताकि ठंड जनित बीमारी की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
खासकर गर्भवती महिलाओं को तो और सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि, सर्दी के मौसम में गर्भवती महिला को सर्दी-खांसी समेत अन्य ठंडजनित मौसमी बीमारी होने की अधिक संभावना रहती है। इससे बचाव के लिए सबसे आसान और बेहतर उपाय है सर्तक और सावधान रहना।
सर्द हवाओं से बचें और लगाएं धूप
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को वर्तमान दौर में सर्द हवाओं से बिलकुल दूर रहना चाहिए और प्रतिदिन धूप में कुछ देर रहने की कोशिश करनी चाहिए, शरीर में तापमान बढ़ेगा। जिससे गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
साथ ही सर्दी-खांसी समेत अन्य ठंडजनित मौसमी बीमारी से भी बचाव होगा। गर्भवती महिलाओं को ठंड से बचाव के लिए उपयुक्त गर्म कपड़े का उपयोग करना चाहिए। ताकि शरीर का तापमान सामान्य रहें। साथ ही गर्म व ताजा खाना का ही सेवन करना चाहिए और बासी खाना से बिलकुल दूर रहना चाहिए।
परेशानी होने पर तुरंत कराएं जांच
वर्तमान दौर में अगर किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी होने, यहां तक कि सर्दी-खांसी भी होने पर गर्भवती महिलाओं को तुरंत चिकित्सकों से जांच कराकर ही दवाई का सेवन करना चाहिए। क्योंकि, खुद ही अपनी मर्जी से दवाई का सेवन पर परेशानी हो सकती है। इसलिए, चिकित्सा परामर्श के अनुसार ही दवाई लें। ताकि किसी प्रकार का अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
प्रोटीन युक्त आहार जरूरी
ठंड के मौसम में गर्भवती महिला को प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना जरूरी है और ठंडी चीजें खाने से दूर रहना चाहिए। प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार के सेवन से शरीर को उचित पोषण मिल सकेगा। जिससे ना सिर्फ गर्भवती स्वस्थ रहेगी, बल्कि सुरक्षित प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा।
साफ-सफाई और प्रोटोकॉल का रखें ख्याल
सुरक्षित प्रसव एवं स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए के साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। खासकर गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत एवं आसपास के साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। साफ-सफाई भी एक नहीं, बल्कि कई संक्रामक बीमारी से बचाव करता है।
कोविड-19 संक्रमण से दूर रहने का भी सभी प्रयास करना चाहिए। मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। यात्रा के दौरान निश्चित रूप से सेनेटाइजर पास में रखें। भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें। बाहरी खाना खाने से परहेज करें। मुंह, नाक और आंख को अनावश्यक छूने से बचें और छूने के पूर्व अच्छी तरह हाथों की सफाई करें।