गोल नहीं है दुनिया, ये साबित करते करते जान से हाथ धो बैठा ये अंतरिक्ष यात्री

img

नई दिल्ली॥ दुनिया गोल नहीं, ये बात साबित करने के चक्कर में एक US एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) की कैलिफोर्निया में मौत हो गई। अपने विचार को साबित करने के लिए इस एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) ने खुद के बनाए एक रॉकेट से आकाश में उड़ान भरी, लेकिन उसका रॉकेट ऊपर जाते ही धमाके के साथ फट गया और उसका सारा मलबा नीचे फैल गया।

इस एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) का नाम माइक ह्यूजेस है जिसे ‘मैड’ माइक ह्यूजेस के नाम से भी जाना जाता है। इस घटना की खबर साइंस चैनल ने सोशल नेटवर्किंग साइट टि्वटर पर दी है। टि्वटर ने लिखा है, ह्यूजेस हमेशा से स्पेस में लॉन्च करना चाहते थे। ह्यूजेस लिमोजिन ड्राइवर भी थे जिनके नाम ‘लॉन्गेस्ट लिमोजिन रैंप जंप’ का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है।

सन् 2002 में उन्होंने अपनी लिमोजिन कार को 103 फीट (31 मीटर) की ऊंचाई से जम्प कराया था। एक वीडियो में दिखाया गया है कि रॉकेट जैसे ही ऊपर उठता है उसका पैराशूट फट जाता है। भाप से उड़ने वाला रॉकेट ऊपर गया तो जरूर है लेकिन सिर्फ 10 सेकंड में ही वह धरती पर गिर गया। वीडियो में रेगिस्तान में गिरते रॉकेट से एक अजीब सी आवाज सुनी जा सकती है।

पढि़ए-जब ताजमहल की चक्कर में भिखारी बन गए थे डोनाल्ड ट्रंप, वजह जान रह जाएंगे हैरान

चश्मदीदों ने बताया कि लॉन्चिंग के समय रॉकेट किसी निचली सतह से टकरा गया जिससे उसके पैराशूट में दरार आ गई। दुर्घटना की यही बड़ी वजह बताई जा रही है। ये कोई पहला मौका नहीं था जब ह्यूजेस स्पेस की यात्रा पर निकले थे। 2018 में उन्होंने हवा में 1875 फीट (570 मीटर) की उड़ान भरी थी। उन्होंने अपने रॉकेट में दो पैराशूट लगाए थे लेकिन नीचे उतरते समय कोई गड़बड़ी आ गई और हादसे में उनकी गर्दन में गम्भीर चोटें आई थीं।

Related News