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पूरे विश्व में कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है जिसके चलते कैंसर के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और प्रति वर्ष लाखों मौतें होती हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि दुनिया में हर छठी मौत कैंसर के कारण होती है। हमारे शरीर में प्रतिदिन नई कोशिकाओं का निर्माण होता रहता है, ये प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। शरीर में किसी भी कोशिका की असामान्य वृद्धि कैंसर का कारण बनती है।
गले में निरंतर खराश, निगलने में हल्की कठिनाई, कभी-कभी आवाज में भारीपन, आवाज में बदलाव, बिना वजह वजन कम होना, सांस लेने में दिक्कत, गर्दन में सूजन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपके शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत उपचार शुरू करें।
जीवनशैली की आदतें जैसे धूम्रपान, शराब पीना, मोटापा और असुरक्षित यौन संबंध कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों के परिवार में पहले से ही कैंसर का इतिहास रहा है उनमें कैंसर विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन और ग्लोबोकैन के 2020 के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं में स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, मौखिक गुहा और आंत्र कैंसर की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। पुरुषों में होंठ, मुंह, फेफड़ों का कैंसर अधिक आम है।
दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते खतरे के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से प्रति वर्ष चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।
कैंसर का वक्त पर इलाज होने से मरीज के बचने की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर के कई उपचार हर जगह उपलब्ध हैं। कैंसर की अवस्था के आधार पर इसका इलाज दवाओं, थेरेपी और सर्जरी से किया जाता है।