उत्तर प्रदेश॥ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से देश के सबसे विशाल राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना के संक्रमण के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्ग दर्शन व प्रदेश में टीम वर्क का यह परिणाम सामने आया है। लेकिन, हमें अभी सतर्क रहना होगा। छोटी सी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप को नियंत्रित करने, इसके उपचार के लिए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए किए गए प्रबन्धों के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं। पिछले दो दिनों के दौरान चार मण्डलों-बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़ तथा वाराणसी के अपने भ्रमण का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य के सभी क्षेत्रों में कार्य किया गया है। इसके फलस्वरूप प्रदेश बेहतर स्थिति में है।
छूट के दौरान पूरी सावधानी बरतना बेहद जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाॅकडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराया गया। लक्षण रहित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल में रखा गया। इससे संक्रमण को नियंत्रित करने में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लागू अनलाॅक व्यवस्था के तहत प्रदान की गई छूट के दौरान पूरी सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही, संक्रमित व्यक्तियों के समुचित उपचार की व्यवस्था भी जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रभावी प्रयास जारी रखे जाएं।
जनता का प्रदेश सरकार पर भरोसा और हुआ सुदृढ़
उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप जनता का प्रदेश सरकार पर भरोसा और सुदृढ़ हुआ है। उन्होंने जरूरतमन्दों को रोजगार के साथ जोड़ते हुए उनके इस विश्वास को और पुख्ता किए जाने के निर्देश दिए कि राज्य सरकार उनके हितों को पूरा करने के लिए हर सम्भव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रीट वेंडरों को भरण-पोषण भत्ता अवश्य उपलब्ध कराया जाए।
विशेष आर्थिक पैकेज का लिया जाए पूर्ण लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री के विशेष आर्थिक पैकेज का पूर्ण लाभ लेने का गम्भीरता से प्रयास किया जाए। इस पैकेज के माध्यम से भारत सरकार द्वारा पटरी दुकानदारों को ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। इसमें समय से ऋण का भुगतान करने पर सब्सिडी की व्यवस्था भी गई है। डिजिटल पेमेंट पर प्रोत्साहन की भी व्यवस्था है। उन्होंने कारपेन्टर, सैलून आदि सभी श्रेणी के लोगों को ऋण दिलाने के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर इसे लागू करने के निर्देश भी दिए।
कम संक्रमण की स्थिति राज्य के लिए अच्छा अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कम संक्रमण की स्थिति राज्य के लिए एक अच्छा अवसर है। इसके दृष्टिगत प्रदेश में विभिन्न विभागों में श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने, स्ट्रीट वेंडरों को कार्य उपलब्ध कराने तथा एमएसएमई एवं बड़े उद्योगों में रोजगार सुलभ कराने के सम्बन्ध में एक वृहद और व्यापक कार्यक्रम तैयार किया जाए।
इसके लिए कृषि व सम्बन्धित क्षेत्रों, एमएसएमई सेक्टर तथा बड़े उद्योगों में प्रदान किए जा सकने वाले रोजगार के सम्बन्ध में सर्वे कराया जाए। इस सर्वेक्षण में यह भी पता लगाया जाए कि लगातार छह माह तथा अधिक समय तक कितने लोगों को रोजगार प्रदान किया जा सकता है। इस सम्बन्ध में एक ऐसा साॅफ्टवेयर विकसित किसा जाए, जिसके माध्यम से यह जानकारी मिल सके कि कितने व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हुआ तथा अभी और कितने लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।
निजी चिकित्सालयों को मांग पर उपलब्ध कराई जाए ट्रू नेट मशीन
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में डाॅक्टरों द्वारा मरीजों के परिजनों को रोगियों के स्वास्थ्य और रिकवरी की स्थिति की नियमित जानकारी दी जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि डाॅक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए। ऑक्सीजन तथा वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखे गए मरीजों का विशेष ध्यान रखा जाए।
सभी जनपदों में वेंटीलेटरों को कार्यशील रखा जाए। जिलों को उपलब्ध कराई गई ट्रू नेट मशीनों को कार्यशील कराया जाए। आवश्यकता का आकलन करते हुए और ट्रूनैट मशीनों को मंगाया जाए। ट्रू नेट मशीन खरीदने के इच्छुक निजी चिकित्सालयों को मशीन क्रय करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि जनपदों में नई टेस्टिंग लैब के स्थापना कार्य को शीघ्र पूरा करते हुए टेस्टिंग लैब का संचालन किया जाए तथा स्थापित किए जा रहे कोविड अस्पतालों को यथाशीघ्र कार्यशील किया जाए।
सर्विलांस सिस्टम को और सुदृढ़ बनाना जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोरोना के लिए किसी प्रभावी दवा अथवा वैक्सीन की खोज नहीं कर ली जाती, तब तक इसके संक्रमण से बचाव ही इसका उपचार है। इसके दृष्टिगत सर्विलांस सिस्टम को और सुदृढ़ बनाना आवश्यक है, जिससे मरीज को समय से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जा सके। उन्होंने प्रत्येक जनपद में क्वारंटीन सेन्टरों को सक्रिय रखे जाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचारी रोग से होने वाली मृत्यु की दर में उल्लेखनीय गिरावट लाने में सुदृढ़ सर्विलांस सिस्टम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कोविड-19 की मृत्यु दर में गिरावट लाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की आवश्यकता है। इसके तहत सबसे पहले संक्रमण को रोका जाए। किसी व्यक्ति के संक्रमित हो जाने पर उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाते हुए समुचित इलाज किया जाए। इससे कोरोना से होने वाली मृत्यु पर रोक लगेगी।
मास्क का इस्तेमाल न करने वालों पर हो कार्यवाही
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस द्वारा नियमित तौर पर पेट्रोलिंग की जाए। शारीरिक दूरी का पालन कराने पर विशेष ध्यान दिया जाए। मास्क लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। मास्क का इस्तेमाल न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने वाहनों की रेण्डम चेकिंग करने के निर्देश भी दिए।