यूपी में और बढ़ा कोरोना का खतरा, योगी सरकार बोली-यह समय बेहद संवेदनशील

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लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब घटकर 23,035 हो गई है। ये 17 सितम्बर को आए अभी तक के उच्चतम स्तर 68,235 से 45,200 कम है। वर्तमान में प्रदेश में होम आइसोलेशन में 10,177 मरीज हैं।
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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, आलोक कुमार ने सोमवार को बताया कि बीते चौबीस घंटें में संक्रमण के बाद 25 मरीजों की मौत हुई है। वहीं कुल मौतों की संख्या 7,076 है। प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,34,064 सैम्पल की जांच की गयी। वहीं प्रदेश में अब तक कुल 1,54,16,145 सैम्पल की जांच की गयी है।

कोविड की ‘सेकण्ड वेव’ देखने को मिली

हालांकि कोविड-19 के संक्रमण दर में लगातार गिरावट आने के बावजूद यह समय बेहद संवेदनशील है। कई देशों एवं राज्यों में कोविड की ‘सेकण्ड वेव’ देखने को मिली है। वहीं दिल्ली में भी ऐसी स्थिति के मद्देनजर उससे सटे प्रदेश के जनपदों में असर देखने को मिल रहा है।
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य के मुताबिक प्रदेश की कुल पॉजिटिविटी दर 1.5 प्रतिशत है, जो काफी कम है। वहीं अगर ​अलग-अलग जनपदों के हिसाब से देखें तो दिल्ली से सटे होने के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में पॉजिटिविटी दर अन्य जनपदों की अपेक्षा ज्यादा है।

सरकार बोली, सावधनी बरतें

इसलिए आवश्यक है कि कोविड-19 संक्रमण के बचाव के सभी उपायों को अपनाते हुए सावधानी बरतें। त्योहारों का मौसम होने के कारण इस दौरान लोगों का मिलना-जुलना ज्यादा होता है और वह एक दूसरे के सम्पर्क में ज्यादा आते हैं। इसलिए इस समय संक्रमण फैलने की सम्भावना बेहद ज्यादा है। इसके लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, जिससे कोरोना संक्रमण की गिरती दर पुनः न बढ़े।
उन्होंने बताया कि वहीं राज्या में फोकस सैम्पलिंग का अभियान जारी है, जिसमें ऐसे लोगों के बीच जाकर उनके कोरोना नमूने लिए जा रहे हैं, जो ज्यादा लोगों के सम्पर्क में रहते हैं। इनमें जो लोग संक्रमित मिल रहे हैं, उन्हें तत्काल आइसोलेट किया जा रहा है, ताकि ऐसे लोगों को भीड़ से हटाकर समूह में संक्रमण मिलने से रोका जा सके।
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