लखनऊ, 17 मई | योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में नई परिधान इकाइयां स्थापित करेगी, जो उत्पादों का निर्यात भी करेगी और साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी। अगले 100 दिनों में आगरा, गोरखपुर और कानपुर में फ्लैट फैक्ट्री परिसरों की आधारशिला रखी जाएगी। इनमें परिधान उत्पादन की इकाइयों की स्थापना शामिल है।
आपको बता दें कि सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, राज्य के हथकरघा और रेडीमेड वस्त्र हमेशा दुनिया के कोने-कोने में लोकप्रिय रहे हैं। इस गौरवशाली विरासत को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के कई जिलों में रेडीमेड गारमेंट उद्योग को बढ़ावा देने की योजना बनाई है।
प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि लोक कल्याण संकल्प पत्र 2022 में उत्तर प्रदेश को अगले पांच साल में ग्लोबल टेक्सटाइल हब बनाकर पांच लाख रोजगार या स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। 10,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश लक्ष्य के साथ भारत सरकार की पीएम मित्र योजना के तहत एक विश्व स्तरीय टेक्सटाइल पार्क विकसित किया जाएगा।
नोएडा में अपैरल पार्क की स्थापना की प्रक्रिया अगले 100 दिनों में शुरू की जाएगी और जुलाई 2022 में इसकी आधारशिला रखे जाने की संभावना है.
इस क्षेत्र में जून 2022 तक 3000 करोड़ रुपये के निवेश से लगभग 115 निर्यातोन्मुखी कपड़ा इकाइयां स्थापित की जाएंगी। साथ ही पीपीपी मोड पर पांच नए टेक्सटाइल और अपैरल पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। अगले पांच वर्षों में राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में हथकरघा और कपड़ा समूहों का विकास प्रस्तावित है।
अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि प्रदेश में कपड़ा उद्योग क्षेत्र में रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं हैं.