सन् 2022 में सभी क्षेत्र के कर्मचारियों का औसत इन्क्रीमेंट ईयर (वेतन वृद्धि वर्ष) 2021 के मुकाबले ज्यादा होने की उम्मीद है। वेतन हाइक प्री-कोविड स्तर तक पहुंच जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार सन् 2022 में औसत वेतन वृद्धि वर्ष 8.6 फीसद रहने का अनुमान है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों के कर्मचारियों को सैलरी वृद्धि के मोर्चे पर निराशा हाथ लग सकती है, क्योंकि आर्थिक रिकवरी सभी सेक्टरों में अभी पूरी तरह नहीं हो पाई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्येक इंडस्ट्री में रिकवरी की रफ्तार अलग होने से अगले सैलरी हाइक भी अलग रह सकती है। एक विशेषज्ञ ने बताया कि सैलरी हाइक इकोनॉमी में रिकवरी और सेक्टर विशेष की स्थिति पर निर्भर करेगी। सप्लाई चेन में आई रुकावट से ऑटो सेक्टर में रिकवरी अटकी हुई है। तो वहीं सर्विस सेक्टर के कुछ सेगमेंट में भी पूरी तरह रिकवरी नहीं हुई है।
आपको बता दें कि आइटी और इससे जुड़े क्षेत्रों में ग्रोथ 20 बरस के उच्चतम स्तर पर है। इससे डिजिटल ई-कॉमर्स और आइटी कंपनियों में डबल डिजिट में इन्क्रीमेंट होने की आशंका है।
तो वहीं रिटेल, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट और हॉस्पिटैलिटी कंपनियों में सबसे कम सैलरी हाइक होने का अनुमान है। ये सेक्टर कोरोना आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।