आदियोगी मंदिर में कंगना ने किए शिव के दर्शन, जानिए क्या है इसकी खासियत

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सावन के महीने हर कोई भगवान शिव की उपासना करता है चाहे वह बॉलीवुड स्टार हो या फिर आम इंसान। इन दिनों लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए उनके मंदिरों में जाते हैं। बॉलीवुड की क्वीन यानी की कंगना भी भगवान शिव के दर्शन करने के लिए कोयंबटूर के आदियोगी शिव मंदिर में गई थी।

शिव के दर्शन

बॉलीवुड एक्‍ट्रेस कंगना रनौत भी अपनी फिल्में ‘मैंटल है क्‍या’ और ‘मणिकर्णिका’ की शूटिंग पूरी करने के बाद तमिलनाडु के कोयमबटूर के आदियोगी मंदिर में शिव भगवान के दर्शन करने के लिए गई थी। कंगना ने अपने मन की शांति के लिए न सिर्फ आदियोगी में भगवान शिव के दर्शन किए बल्कि उन्होंने वहां शिव भगवान की पूजा भी की। उन्होंने मंदिर में दर्शन और शिव की पूजा करते हुए कई तस्‍वीर भी इंस्‍टाग्राम पर शेयर की थी, जिसमें वह भगवान शिव की पूजा कर रही है।

क्या है मंदिर की खासियत

कोयंबटूर से 30 किलोमीटर दूर स्थित आदियोग मंदिर शिव जी की 112 फुट ऊंची अर्धप्रतिमा के लिए दुनियाभर में फेमस है। यह भारत की पहली और इकलौती ऐसी प्रतिमा है, जोकि आधी बनी हुई है। अपनी ऊंचाई और अनोखी बनावट के कारण इस मूर्ति को ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड्स’ में भी शामिल किया गया है।

इस खूबसूरत प्रतिमा में आपको शिव के आदियोगी स्‍वरूप के दर्शन होती है। काले रंग की इस प्रतिमा को देखने के लिए पर्यटक देश-विदेश से आते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मूर्ति का वजन 500 टन है, जोकि भारत में किसी भी मूर्ति का नहीं है

वहीं, भगवान शिव की इस प्रतिमा को मिट्टी की जगह स्‍टील के छोटे-छोटे टुकड़ों जोड़कर बनाया गया है। इस प्रतिमा में भगवान शिव का केवल चेहरा बनाने में ही कारीगरों को ढाई साल लग गए थे। भगवान शिव की यह प्रतिमा 112 फीट उंची, 24.99 मीटर चौड़ी और 147 फुट लंबी है।

शिव मूर्ती के सामने बने नंदी को तील के बीच, हल्‍दी, भष्‍म और मिट्टी से बनाया गया है, जोकि इस मंदिर की खूबसूरती में चार-चांद लगाती है। इतना ही नहीं, इस मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा देखने के साथ-साथ आप यहां के प्राकृतिक नजारों और सुहावने मौसम का मजा ले सकते हैं। अगर आप भी सावन महीने में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कंगना की तरह इस मंदिर में जाकर शांति और प्रकृतिक खूबसूरती का मजा ले सकते हैं।

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