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नई दिल्ली ।। भाजपा शासित राज्य में एक पुलिसकर्मी ने अपने ही विभाग के कर्मचारी की प्रताड़ना से परेशान होकर परिवार के साथ फांसी का फंदा लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। मामला राजस्थान के नागौर जिले का है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुरपालिया थाना क्षेत्र के बागरासर गांव में सुबह पुलिसकर्मी 38 वर्षीय गैनाराम, उसकी 33 वर्षीय पत्नी संतोष, पुत्री सुमित्रा और पुत्र गणपत के शव फांसी के फंदों पर लटके हुए मिले।

घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई। पुलिस को मौके पर मृतक गैनाराम के हाथ से लिखा पांच पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें नागौर SP ऑफिस में तैनात ASI राधाकिशन माली पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर होने की बात लिखी गई है।

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रविवार को पुलिसकर्मी गेनाराम ने परिवार के साथ आत्महत्या करने से पहले तड़के चार बजे सोशल मीडिया पर हाथ से लिखा सुसाइड नोट डाला है, जिसमें उसके साथ परिवार के अन्य सदस्यों के भी हस्ताक्षर हैं।

गेनाराम ने सुसाइड नोट में बताया कि March 2012 में वह पुलिस लाइन स्थित आवास में रहता था। उस समय ASI राधाकिशन माली उसका पड़ोसी था तथा दोनों परिवारों में अच्छे संबंध थे। सुसाइड नोट में यह भी बताया है कि March 2012 को राधाकिशन परिवार सहित बाहर गया हुआ था और वापस लौटा तो घर का ताला खुला हुआ था और घर में चोरी की वारदात हो गई।

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राधाकिशन ने चोरी का आरोप गेनाराम परिवार वालों पर लगा दिया। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद कई बार एफआर लगाई, लेकिन राधाकिशन ने हर बार फाइल फिर खुलवा दी।

इस दौरान गेनाराम का जगह-जगह तबादला हुआ और काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना की जानकारी विभिन्न चैनलों पर आने के बाद जयपुर मुख्यालय से SP से जवाब मांगा गया है। पुलिस महानिदेशक ने पूरी घटना की रिपोर्ट तत्काल मांगी है।

फोटोः प्रतीकात्मक

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