नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने अप्रशिक्षित सेवारत शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक DLED या BLED कार्यक्रमों के से प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश थे। इसके बाद देशभर से करीब 14 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने NIOS द्वारा संचालित शिक्षण पात्रता कोर्स DLED और BLED के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। BED डिग्री प्राप्त शिक्षकों के लिए 6 माह का DLED व BED की डिग्री न होने पर 2 साल का BLED कोर्स करना अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके लिए सरकार ने शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक का समय दिया गया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2017 थी। अब तक ऑनलाइन आवेदन द्वारा NIOS के पास करीब 14 लाख लोगों ने कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन किया है।
हालांकि NIOS के डॉयरेक्टर संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकारी निर्देश प्राप्त होने पर NIOS ने करीब 15 लाख शिक्षकों को इस संबंध में जानकारी भेजी गई थी, जिसमें से कई लोगों ने आवेदन नहीं किया है। आवेदन की तारीख कई बार बढ़ाई जा चुकी है। अब आवेदन की प्रक्रिया बंद हो चुकी है।
यह है पूरा मामला
वहीं, कुछ शिक्षकों का कहना है कि उनके आवेदन न हो पाने का कारण NIOS की गलती है। ऐसे में आवेदन की तारीख फिर से बढ़ाई जानी चाहिए। ऐसी ही मांग कर रहे विमल श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी बहन प्रतिभा श्रीवास्तव एक प्राइवेट संस्थान में शिक्षक हैं।
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1 महीने तक उन्होंने और उनकी बहन ने कई बार NIOS की वेबसाइट पर दाखिले के लिए आवेदन करने का प्रयास किया, लेकिन कभी भी वेबसाइट काम नहीं कर रही थी। इसके चलते वह दाखिला नहीं ले सकीं।
जब इस संबंध में NIOS के अधिकारियों को कॉल और ईमेल किए गए तो जवाब नहीं मिला। 29 नवंबर से 31 दिसंबर तक DLED में आवेदन करने पर बिना यूडायस नंबर वाले शिक्षकों के लिए बना लिंक लगातार सर्वर नॉट फाउंड दर्शा रहा था, जिस कारण कई शिक्षक आवेदन नहीं कर सके।
1 लाख शिक्षकों का भविष्य अधर में
NIOS की साइट न चलने से नाराज कुछ शिक्षकों ने NIOS को मेल लिखकर और एचआरडी मिनिस्टर और मंत्रालय को ट्वीट कर इस संबंध में शिकायतें भेजी हैं। नए नियमों के चलते करीब 1 लाख शिक्षकों का भविष्य अधर में है।
फोटो-फाइल
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