नई दिल्ली।। दिल्ली से सटे नोएडा में यूपी पुलिस द्वारा एक शख्स को फर्जी मुठभेड़
में गोली मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस की गोली का शिकार जितेंद्र
यादव के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने एक फेक-एनकाउंटर में उसे गोली मारी है।
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उत्तर प्रदेश योगी सरकार बनने के बाद से लगातार हो रहे एनकाउंटर में अपराधियों
के साथ-साथ बेकसूरों को भी बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इनाम और प्रमोशन
के लालच में सरकार की तरफ से मिली छूट के बाद यूपी पुलिस में एनकाउंटर को
लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।ये आरोप लगाया है सपा प्रवक्ता
पंखुड़ी पाठक ने।
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इस प्रकरण में मीडिया से बात करते हुये समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी
पाठक ने कहा कि यूपी में निर्दोष लड़कों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा हैं।
पुलिस अपने नंबर बढ़ाने के लिये और सरकार अपनी छवि सुधारने के लिये यह
काम कर रही है।
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पंखुड़ी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के हालात बहुत ख़राब हैं। आम-जन पुलिस कि गुंडागर्दी से बहुत डर गया हैं। अगर जितेंद्र यादव और उनके साथी उत्तर प्रदेश पुलिस के एन्काउंटर में नहीं बचते तो उनको भी अपराधी बता दिया जाता। वो बच गये तभी देश के सामने यूपी पुलिस की ‘फेक एनकाउंटर’ कि वारदात सामने आ गई।
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पंखुड़ी ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा में फेक एनकाउंटर का मुद्दा उठाया। सपा सांसदों ने भी इस वारदात को सामने लाने का काम किया है। पंखुड़ी ने कहा कि अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से बात करके उनको आश्वासन दिया है कि हमारी पार्टी उनके साथ हैं।
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पंखुड़ी आगे कहती हैं कि एनकाउंटर सबसे आखिरी विकल्प होता है। जब कोई अपराधी पुलिस के नियंत्रण में ना हो, सरकारी काम-काज के लिए खतरा बन गया हो, तब एनकाउंटर जैसी चीजे होती हैं। पुलिस का काम सीधा एनकाउंटर करना नहीं हैं। अगर सरकार को एन्काउंटर से ही अपराध को खत्म करना है तो फिर कोर्ट-कचहरी को बंद कर देना चाहिये।
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आज भी उत्तर प्रदेश में अपराध कम नहीं हुये हैं।बल्कि इस सरकार के आने के बाद महिलओं के साथ होने वाले अपराध बढ़े हैं। यह सरकार जाति के अनुसार भेदभाव करती है। पिछड़ी जातियों के साथ ज्यादती हो रही है। सरकार संवेदनहीन है, कोई मरता है तो उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ता। जब गोरखपुर में मासूम बच्चे ऑक्सीजन ना मिलने के कारण मारे गये तब मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे गंदगी से मरे हैं।
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आज नौजवान मारे जा रहे हैं। सरकार की थोड़ी भी संवेदना नहीं है। आरोपी दरोगा कि फोटो भाजपा नेताओं के साथ है, इसी घमंड में एनकाउंटर कर दिया क्योंकि उसे विश्वास था कि सत्ताधारी नेता उसको बचा लेंगे।
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