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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ।। राजधानी में बच्चों का कुपोषण दूर करने की योजना अफसरों की अनदेखी की भेंट चढ़ गई। अफसर आंख मूंदे रहे और बच्चों के हिस्से के फल व सब्जियों के पौधे मवेशी चर गए।

हालात ये हैं कि बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए लगाई गई पोषण वाटिकाएं खुद कुपोषित हो गई हैं। राजधानी में कुपोषित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए ही पूर्व डीएम राजशेखर ने हर तहसील व ब्लॉक में सरकारी जमीनों पर पोषण वाटिकाएं बनवाई थीं।

कवायद थी कि पोषण वाटिका में सब्जी व फल उगाकर उन बच्चों में बांटा जाएगा जो अतिकुपोषित व कुपोषित हैं। जोर शोर के साथ तैयार हुई और आननफानन करीब 70 पोषण वाटिकाएं बना दी गईं।

चिन्हित जमीनों पर पोषण वाटिकाएं बनवाई गईं और उनमें पौधे भी लगवाए गए। पोषण वाटिकाओं की देखरेख के लिए चौकीदारों की जिम्मेदारी सौंपी गई और पौधों को जीवित रखने के लिए माली भी नियुक्त हुए।

कुछ दिनों तक पोषण वाटिकाओं को हरा भरा रखने की जुगत चली, लेकिन पूर्व डीएम राजशेखर के जाते ही पोषण वाटिकाओं की रखवाली में न चौकीदार नजर आए और न ही माली दिखे।

नतीजन पोषण वाटिकाओं से पौधे नदारद हो गए और वाटिका ने मैदान का रूप ले लिया। वाटिकाओं से कुपोषण तो दूर हुआ नहीं बल्कि पोषण वाटिकाएं खुद ही कुपोषित हो गईं।

फोटोः फाइल

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