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गुरुग्राम के शिकोहपुर जमीन घोटाले के मामले में सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वाड्रा व पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ दर्ज खेड़की दौला थाने में दर्ज हुई एफआईआर में आज शिकायतकर्ता के बयान दर्ज हो सकते हैं। 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शिकायतकर्ता को फोन कर सोमवार को बुलवाया था, लेकिन शिकायतकर्ता के शहर में न होने के कारण बयान दर्ज नहीं हो पाए। इसके लिए मंगलवार का समय निर्धारित किया गया है।

सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ अधिकारी ने शिकायतकर्ता को बयान दर्ज करने के साथ-साथ उन सबूतों को भी मांगा गया है, जिनके आधार पर मामले की जांच को शुरू किया जाए। 

जांच के दौरान यह भी जांचा जाएगा कि आखिर शिकायकर्ता का इस एफआईआर को दर्ज करवाने में क्या हित है। शिकायतकर्ता से सबूत प्राप्त करने के बाद इनको क्रॉस चेक भी किया जाएगा। 

जिसके बाद रॉबर्ट वाड्रा व पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को नोटिस जारी कर शामिल तफ्तीश की जाएगी। पेशे से सामाजिक कार्यकर्ता का शिकोहपुर में कोई जमीन थी या नहीं? इस पर भी पुलिस जांच करेगी। इसके लिए पुलिस शिकायतकर्ता का बयान भी दर्ज करेगी।

उधर, इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है। सूत्रों की मानें तो इस मामले को जिले में सीधे पुलिस आयुक्त देख रहे हैं जबकि पुलिस महानिदेशक भी मामले में सीधे तौर पर नजर जमाए हुए हैं। पुलिस आयुक्त ने जिले में थाना प्रभारी सहित अन्य अधिकारियों को मामले में कुछ भी न बोलने के निर्देश भी दिए हैं। 

बता दें कि शानिवार को खेड़कीदौला थाना पुलिस ने तावड़ू के गांव राठीवास निवासी सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित डीएलएफ व ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था। 

सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2007 से 2008 के मध्य एक साजिश के तहत गांव शिकोहपुर की जमीन रॉबर्ट वाड्रा ने खरीदकर डीएलएफ को बेची थी जिस पर तत्कालीन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग मंत्री एवं मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नियमों को ताक पर रखकर कॉलोनी विकसित करने की अनुमति दी थी। 

जमीन डीएलएफ को बेचने के बाद हुड्डा ने डीएलएफ को गांव वजीराबाद की करीब 5 हजार करोड़ की करीब 350 एकड़ जमीन का आबंटन कर दिया था। 

सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया था कि इस मामले में करीब 10 वर्ष पहले भी लोगों ने शिकायत दी गई थी, लेकिन उस शिकायत परह्य कार्रवाई नहीं हुई थी। उनके सत्ता से जाने के बाद शनिवार को उन्होंने शिकायत दी थी जिस पर शनिवार को ही खेड़कीदौला थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। 

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