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लखनऊ ।। तेज बहादुर यादव और कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर लखनऊ नागरिक मंच के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने धरना दिया और विरोध दर्ज करवाया। इस प्रदर्शन में कई संगठन की अध्यक्ष, प्रतिनिधि और छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया।

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कार्यक्रम में शिरकत कर रही सामाजिक कार्यकर्ता ताहिरा हसन का कहना था कि जिस तरह से सैनिक को बर्खास्त किया गया, उससे पूरे देश के सैनिकों का अपमान हुआ है। कार्यक्रम में गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक एमएलसी के प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश यादव और गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष अमन यादव ने भी हिस्सा लिया।

तेज बहादुर यादव और कुलभूषण जाधव मामले को लेकर लोगों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। तेज बहादुर की बर्खास्तगी को लेकर लखनऊ नागरिक मंच ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन का बिगुल फूंक दिया है। जेएनयू के छात्र नेता अनूप पटेल भी इस मुहिम में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस तरीके से बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव को उनकी सेवा से बर्खास्त किया गया है, यह देश के उन लाखों-करोड़ों जवानों और उनकी माताओं का अपमान है, जो देश की सरहद पर अपने कलेजे के टुकड़े को इस लिए भेंजतीं है कि वह देश की हिफाजत करेगा। सरकार ऐसे कर्मठ जवान को बर्खास्त नहीं कर सकती! मोदी सरकार ने पूरे देश का अपमान किया है। सेनाओं का अपमान किया है।

अनूप आगे बताते हैं कि बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने सैलरी बढ़ाए जाने की मांग नहीं की थी। उसने लाखों जवानों के सेहत और उनके खाने पीने का मुद्दा उठाया था। वह तो देश का सच्चा लाल है। उसे बर्खास्त कर मोदी सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है। खाने में यदि भ्रष्टाचार होता है, तो क्या वह उजागर इस लिए नहीं किया जा सकता क्योंकि भाजपा की केंद्र में सरकार है।

ऐसा काम करने वाले जवान को तो ईनाम मिलना चाहिए था। उसे सजा दे दी गई। उसे कई महीने नजरबंद कर टार्चर किया गया। यह देश के करोड़ों लोगों का अपमान है, उसका गुनाह केवल इतना है कि वह एक पिछड़े समाज से है। इसी तरह जहां एक ओर देश के जवान कुलभूषण जाधव मामले में मोदी सरकार कुछ भी करने में विफल साबित हो रही है और उसकी फांसी हो जाने का इंतजार कर रही है, वहीं दूसरी ओर देश के अंदर एक जवान को बर्खास्त कर उसके पूरे परिवार को शर्मसार किया जा रहा है।

सामाजिक कार्यकर्ता व एपवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षता हिरा हसन, अम्बेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी निर्मल, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अब्दुल हफीज गांधी भी धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।

मुरली मनोहर, अजय कुमार, एचएल दुसाध, सुरेंद्र सिंह चौधरी, इरफान मलिक, गौरी शंकर सोनकर, श्रेयत बौद्ध, बृजेश हर्ष समेत सैकड़ों लोग शामिल होंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी, बाबा साहेब भीमाराव अम्बेकर यूनिवर्सिटी, अंबेडकर विश्वविद्यालय दलित स्टूडेंट यूनियन, डॉ. शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी के छात्र शामिल हुए।

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