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Up Kiran, Digital Desk: पश्चिम यूपी के बिजनौर जिले के हुसैनपुर कलां गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई। 7 मई को दीपक नामक एक व्यक्ति ने शिवाला थाने पहुंचकर अपने 10 वर्षीय बेटे आयुष के 6 मई की दोपहर से लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने फौरन एफआईआर दर्ज कर आयुष की तलाश शुरू कर दी। एफआईआर दर्ज होने के कुछ ही घंटों बाद दीपक के एक रिश्तेदार को इंस्टाग्राम पर अपहरणकर्ताओं का संदेश मिला जिसमें आयुष के बदले पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। दीपक ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी।
बिजनौर पुलिस पहले से ही सक्रिय थी और संदेश मिलते ही उन्होंने फेसबुक अधिकारियों से संपर्क कर इंस्टाग्राम आईडी की जानकारी निकलवाई और लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया। 8 मई की रात को अपहरणकर्ताओं की लोकेशन एक खेत में मिली जहाँ पुलिस टीम ने उन्हें घेर लिया। खुद को घिरा देखकर अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पर गोली चलाई जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और एक अपहरणकर्ता के पैर में गोली लगी। मौके से पांच अपहरणकर्ता पकड़े गए मगर दुखद रूप से आयुष का शव भी खेत से बरामद हुआ।
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि पकड़े गए पांच अपहरणकर्ताओं में से एक अनिकेत दीपक के परिवार का ही सदस्य था जो एक रात पहले आयुष को ढूंढने में दीपक के साथ हर जगह गया था। पूछताछ में पता चला कि इस अपहरण की साजिश अनिकेत ने ही रची थी जो रिश्ते में आयुष का भाई लगता था और पहले से ही चोरी और आर्म्स एक्ट के मामलों में शामिल था। अनिकेत ने अपने चार दोस्तों को भी इस साजिश में शामिल किया था।
योजना के अनुसार अनिकेत ने आयुष को उसके एक दोस्त के माध्यम से एक सुनसान जगह पर बुलाया और उसे अपहरण का नाटक करने और फिरौती की रकम आपस में बांटने का प्रस्ताव दिया। जब आयुष ने मना किया तो अनिकेत को डर हुआ कि उसका भेद खुल जाएगा जिसके कारण उसने तुरंत आयुष का गला घोंटकर हत्या कर दी। शक से बचने के लिए उसने आयुष के शव को छिपा दिया और उसके पिता दीपक के साथ उसे ढूंढने का नाटक करता रहा। इसके बाद भी उसने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर फिरौती की मांग की मगर पुलिस ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया और उसे तथा उसके साथियों - अनमोल आकाश नकुल और उमेश को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से गांव में शोक का माहौल है और किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि मासूम आयुष की हत्या उसके ही परिवार के सदस्य ने की है।
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