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लखनऊ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय सीट वाराणसी वासियों को एक बड़ी सौगात दी है।सीएम योगी ने खिड़किया घाट से गंगा घाट और गंगा दर्शन के लिये बहुप्रतीक्षित लक्जरी क्रूज का लोकार्पण कर दिया है।

यह क्रूज कोलकाता में तैयार किया गया है। इसका संचालन एक निजी कंपनी करेगी। अस्सी घाट से राजघाट तक दौड़ने वाले इस क्रूज के जरिये पर्यटकों को विश्वनाथ की नगरी में गंगा के बीच एक नया अनुभव मिलेगा। 2000 स्क्वायर फीट के इस अत्याधुनिक क्रूज में किसी बड़े होटल में जो सुविधाएँ होती हैं ठीक वैसी ही व्यवस्था की गयी है।

क्रूज में सेफ्टी फीचर का खास ध्यान रखा गया है। इसका इंजन 450 हॉर्स पॉवर का है। इसके साथ ही क्रूज में एक एक सर्विस बोट भी है। यह सर्विस बोट इमरजेंसी के समय में लाइफ बोट का काम करेगी। इसके अलावा इस लक्ज़री क्रूज में पर्याप्त संख्या में लाइफ-जैकेट्स और लाइफ-गार्ड्स भी मौजूद रहेंगे।

इस क्रूज इंजन को पर्यावरण की गाइड लाइन के अनुसार तैयार किया गया है जो कि पूरी तरह से साउंड प्रूफ है। इसकी खास बात यह है कि इस क्रूज में 2000 स्क्वायर फीट की जगह है, जिसे सेमीनार और पार्टी हाल की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा।

इसके साथ ही काशी की धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए इस क्रूज पर कोई भी ऐसा खान-पान इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा जो इसके अनुरूप न हो। इस दो मंजिला क्रूज में नीचे का डेक पूरी तरह से वातानुकूलित एक बड़ा हॉल है। इस हॉल के साथ ही पैंट्री की भी व्यवस्था है ताकि सैलानियों को ब्रेकफास्ट, स्नैक्स और लंच परोसा जा सके। इसके अलावा इसमें बायो-टॉयलेट की सुविधा है ताकि किसी भी तरह से कोई गंदगी गंगा के पानी में न मिलने पाये।

इस क्रूज की खिड़कियां काफी बड़ी बनायी गई हैं ताकि अंदर बैठा व्यक्ति बाहर के नज़ारे का पूरा लुत्फ़ उठा सके। यह क्रूज अस्सी घाट पर होने वाले सुबह-ए-बनारस और शाम को दशाश्वमेध घाट गंगा आरती दिखायेगा। इस क्रूज को शुरुआत में अस्सी घाट से राजघाट तक चलाया जायेगा।

क्रूज के पैकेज को तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है। पहला सुबह सूर्योदय कि वक्त होगा, दूसरा शाम को सूर्यास्त के वक्त गंगा आरती कराते हुये खत्म किया जायेगा। तो वहीं दोपहर के वक्त इस क्रूज़ का इस्तेमाल कॉरपोरेट मीटिंग, पार्टी के लिए बुक कराया जा सकेगा।

क्रूज की ‘ऑनलाइन बुकिंग’ के लिए प्रति व्यक्ति जीएसटी समेत 750 रुपये की रकम चुकानी होगी। इसमें नीचे के डेक में 60 लोग और ऊपर के डेक पर 30 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इस दौरान सैलानियों को घाटों के दर्शन के अलावा जगह-जगह होने वाली विश्व-प्रसिद्ध गंगा आरती भी देखने को मिलेगी।

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