img

दिल्ली /लखनऊ।। संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा जारी है। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने बहस में हिस्सा लेते हुए मोदी सरकार के फैसले का बचाव किया और कहा कि देश की तस्वीर बदलने के लिए इस सरकार ने बड़े और साहसिक फैसले लिए हैं। महेश शर्मा ने कहा कि साहसिक फैसलों के लिए 56 इंच का सीना चाहिए होता है और इस सरकार ने कभी भी कड़े फैसलों से मुंह नहीं मोड़ा है।

महेश शर्मा द्वारा लोकसभा में कही ये अहम बातें-

-दो साल में 11 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई।
-जनधन योजना के जरिए लोगों को बैंकिंग सिस्टम में शामिल किया गया।
-बड़े फैसलों के लिए 56 इंज का सीना और उसके पीछे धड़कता हुआ दिल चाहिए। और उसकी जीती जागती मिसाल हमारे प्रधानमंत्री मोदी हैं।
-हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन को लागू किया।
-हमारी सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. आपने वीर सबूतों से वीरता के सबूत मांगे हैं।
-आठ नवंबर को काले धन पर चोट की. पीएम ने भ्रष्टाचारी नेताओं पर वार किया है।
-24 घण्टे में लोगों के पास नई करेंसी मिल गई. पूरे देश की जनता पीएम मोदी के साथ खड़ी रही।

खड़गे का पलटवार

जवाब में उतरे कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे। खड़गे ने मोदी सरकार की योजनाओं और वादों पर जमकर हमला बोला। खड़गे ने पूछा कि बुलेट ट्रेन का क्या हुआ? रेल हादसों पर सरकार को जवाब देना चाहिए। पहले सरकार ने मनरेगा का मजाक उड़ाया लेकिन अब इसका बजट बढ़ा दिया गया है।

नोटबंदी एक गलत फैसला: खड़गे

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने लोकसभा में कहा कि देश में इस वक्त कोई अपनी बात नहीं रख सकता। अपने तरीके से रह नहीं सकता क्योंकि इस वक्त देश में अघोषित इमरजेंसी है। खड़गे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा की नोटबंदी का फैसला ठीक नहीं था। आम आदमी को इससे बहुत परेशानी हुई किसानों को परेशानी हुई। छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ। ऐसा किसी देश में नहीं है। कहीं भी नहीं है कि अपने ही पैसे निकालने के लोगों को लाइन में लगना पड़े।

पर सरकार को नोटबंदी का फैसला करना था तो पूरी तैयारी के साथ करना चाहिए था। तैयारी क्यों नहीं की गई? मोदी सरकार हर मामले में फेल है। चाहे किसानों का मामला हो, मनरेगा का मामला हो, रेल में भी फेल हुई है। मोदी जी केवल भाषण करना जानते हैं। भाषण से पेट नहीं भरता।

--Advertisement--