
गुरुग्राम में नेशनल और इंटरनेशनल स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव को उनकी ही पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना उनके घर में गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे हुई, जब राधिका रसोई में खाना बना रही थीं। पिता ने .32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर से कुल पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन उनकी पीठ में लगीं और उनकी मौत हो गई। घटना स्थल से रिवॉल्वर व फायर किए गए खोल भी बरामद किए गए थे। initial FIR में कहा गया था कि तीन गोली पीछे से मारी गईं थीं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि चार गोलियां सीने में ली गईं थीं, जो FIR से पूरी तरह भिन्न थी ।
पुलिस जांच में पाया गया कि हत्या का कारण सोशल मीडिया या इंस्टाग्राम रील नहीं था, जैसा कि पहले बताया जा रहा था। असल वजह थी परिवार में बढ़ते तनाव, खासकर राधिका द्वारा चलाई जा रही टेनिस अकादमी को लेकर पिता की नाराज़गी। दीपक यादव को लोग ताने मारते थे कि वे अपनी बेटी की कमाई पर आश्रित हैं। इतनी सामाजिक शर्मिंदगी से वह भावनात्मक रूप से बुरी तरह प्रभावित थे। उन्होंने कई बार अपनी बेटी से अकादमी बंद करने को कहा, लेकिन राधिका मानी नहीं, इस कारण दोनों में करीब 15 दिनों से मनमुटाव चल रहा था ।
चाचा कुलदीप यादव की FIR पर पुलिस ने केस दर्ज किया और जब गहन पूछताछ हुई, तो दीपक यादव ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि घर में तानों, दर्जनों सामाजिक दबाव और बेटी से बढ़ती दूरी ने उन्हें टूटने पर मजबूर कर दिया। पुलिस ने उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर ज़ब्त कर ली और हत्या की धारा 302, आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है ।
राधिका यादव 23 मार्च 2000 को जन्मी थीं। उन्होंने कई स्टेट और इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भाग लिया था और ITF महिला युगल में रैंकिंग 113 तक पहुँच चुकी थीं। कंधे की चोट के बाद उन्होंने अपना अखिल भारतीय स्तर की टेनिस अकादमी शुरू की, जहां युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करती थीं ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि सीने में चार गोलियां थीं, जबकि FIR में तीन गोली पीठ में बताई गई थीं। इस विरोधाभास ने केस की दिशा बदल दी है और पुलिस अब और गहराई से जांच कर रही है ।
--Advertisement--