सलाखों के पीछे से आजम खान का खेल; एक पार्टी, एक सीट और 2 उम्मीदवार! बढ़ी अखिलेश की मुश्किलें

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यूपी के मुरादाबाद से सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। पूर्व विधायक रुचि वीरा को इस सीट से नामांकन भरने के लिए कहा गया है। यही बात डॉक्टर साहब के समर्थकों को नागवार गुजरी। पहले तो कहा जा रहा था कि हसन का टिकट उनसे नाराज चल रहे आजम खान ने कटवाया है। यही वजह थी कि एसटी हसन के समर्थकों ने एक तरफ रुचिवीरा का पुतला जलाया, दूसरी तरफ आजम खान को ही निशाने पर ले लिया है।

हसन के समर्थकों का कहना है कि आजम खां साहब के इशारों पर सारे काम हुए हैं। पत्रकारों से बातचीत में बिजनौर से विधायक रह चुकी रुचि वीरा ने कहा कि पार्टी ने सोच समझकर उन्हें टिकट दिया है। यानी वह विरोध के बावजूद भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। एसटी हसन ने मंगलवार को ही नामांकन भर दिया। वहीं आखिरी दिन यानी 27 मार्च को रुचिवीरा के मुरादाबाद आने की खबरें उनसे पहले ही वहां पहुंची थी और कहा गया कि लखनऊ में चार्टेड प्लेन तैयार है।

अब क्या करेंगे एसटी हसन

खबर ये भी आई कि उन्हें रुकने के लिए कह दिया गया। लेकिन इन तमाम असमंजस के बीच रुचिवीरा मुरादाबाद पहुंची और उन्होंने वहां से पर्चा भर दिया है। अब देखना यह होगा कि अब एस.टी. हसन क्या करते हैं।

मुरादाबाद के अलावा रामपुर को भी लेकर समाजवादी पार्टी में आखिर तक असमंजस की स्थिति दिखाई दी। यह बताता है कि वक्त कैसे बदलता है। पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान जेल में हैं और बाहर उनके ही गढ़ में उनकी चलती हुई नहीं दिख रही है। मुरादाबाद में एस. टी. हसन पीछे हटने को तैयार नहीं। वहीं रामपुर को लेकर उनकी उस चिट्ठी की चर्चा होती रही जिसमें चुनाव का बहिष्कार करने की बात थी।

बताया गया कि आजम खान चाहते हैं कि जब वो खुद चुनाव नहीं लड़ सकते तो सपा चीफ अखिलेश यादव रामपुर से चुनाव लड़े। लेकिन यहां भी आजम के मुताबिक कुछ होता नहीं दिख रहा है। चर्चा है कि रामपुर की सीट से दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट पर स्थित जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिब उल्ला नदवी इलेक्शन लड़ सकते हैं। उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात भी की थी। नदवी मूल रूप से रामपुर के ही रहने वाले हैं।

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