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जम्मू-कश्मीर में एक समय ऐसा भी था जब चुनाव कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता था। उस दौर में गोलियों की आवाज और बारूद की गंध आम बात थी। लेकिन इस बार माहौल पूरी तरह बदल गया है।

बारामूला में वोटर्स ने एक नया इतिहास रच दिया है, जहां 59% मतदान हुआ। यह इस क्षेत्र के इतिहास में अब तक का सबसे उच्चतम मतदान प्रतिशत है।

चुनाव में पूर्व आतंकवादियों, आतंकवादियों के परिवारों और जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों ने भी शांति और बेहतर भविष्य की उम्मीद में हिस्सा लिया। इस बदलाव ने न केवल जम्मू-कश्मीर में बल्कि पूरे देश में एक नई उम्मीद जगाई है, जहां लोग लोकतंत्र और शांति के महत्व को समझते हुए अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं।

आपको बता दें कि पांचवें फेज की वोटिंग में कश्मीर घाटी के चार जिले शामिल थे, जिनमें बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और बडगाम के कुछ हिस्से शामिल थे, जिसमें कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में नियंत्रण रेखा के साथ के क्षेत्र भी सम्मिलित थे।

सक्रिय कथित दहशतगर्द के भाई ने अलगाववादियों के गढ़ उस्सू गांव से वोट डाला। बीते पांच इलेक्शनों में इस क्षेत्र में 2-3 प्रतिशत से ज्यादा मतदान नहीं हुआ है मगर सोमवार को यहां बहुत वोटिंग हुई। 

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