उत्तराखंड के पवित्र चारधाम यात्रा का आगाज़ हो चुका है, लेकिन यात्रा के शुरू होने के कुछ ही दिन बाद, भारी बारिश के साथ मौसम में बदलाव हो गया है। यह अचानक मौसम का पलटवार नहीं सिर्फ यात्रा में बाधा डाल रहा है, बल्कि यात्रियों के लिए कई मुश्किलें भी उत्पन्न कर रहा है। जिसका हल अब तक प्रशासन के पास भी नहीं है कि बिना रुकावट कैसे ये यात्रा पूरी कराई जाए।
चारधाम यात्रा के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक, गंगोत्री मंदिर और गंगा घाटी, भी भारी बारिश की चपेट में आ गए हैं। यह अचानक मौसम का पलटवार यात्रियों के लिए जोखिमपूर्ण बना रहा है। समुद्र तल से करीब हजारों मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह स्थल, अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ यात्रियों के आत्मा को भी शांति प्रदान करता है। लेकिन बारिश के कारण यहां के पर्वतीय मार्गों में खतरा बढ़ गया है, जो यात्रियों के लिए जोखिमपूर्ण हो गए हैं।
तीर्थ यात्रा शुरू होते ही यमुनोत्री के पहाड़ी मार्गों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लंबी लाइन में फंसी हुई हैं। भक्त यात्रा की असुविधाओं को लेकर शासन-प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ज्यादा लोगों ने उचित प्रबंधन न होने के लिए अफसरों को जिम्मेदार ठहराया।
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