
देवभूमि में नंदा गौरा योजना में फ्राड के इल्जाम में 193 लोगों के विरूद्ध आज केस दर्ज किया गया है. आरोपियों पर 420 समेत कई धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस ने यह कार्रवाई विभागीय मंत्री रेखा आर्य के निर्देश पर की है। मंत्री रेखा आर्य ने हाल ही में मामले की खोजबीन कर अपात्र हितग्राहियों और अपराधी अफसरों मुलाजिमों के विरूद्ध केस दर्ज करने के आदेश दिए थे. उन्होंने कहा था कि योजना का फायदा लेने वाली सभी बालिकाओं के प्रमाण पत्रों की भी जांच की जाए, ताकि कोई अपात्र पात्र बालिका योजना का फायदा ना उठा पाएं।
क्या है माजरा
जनपद हरिद्वार में फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में नंदा गौरा योजना का फायदा लेने के लिए आय प्रमाण पत्र से छेड़छाड़ कर जालसाजी का मामला सामने आया था. इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में जन्म के आधार पर स्कीम का फायदा हासिल करने के कुल 1328 आवेदनों में से 70 तथा 12वीं पास के आधार पर लाभ प्राप्त करने के कुल 4174 आवेदनों में से 123 के आय प्रमाण पत्रों के साथ छेड़छाड़ की गयी। मुख्य विकास अफसर हरिद्वार ने प्रमाण पत्रों में की गई गड़बड़ी पर इन आवेदनों को निरस्त कर दिया है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार की ओर से इस स्कीम के तहत बालिकाओं के जन्म के वक्त 11 हजार रुपये माता-पिता को दिए जाते हैं। इसके बाद बालिका के 12वीं पास करने पर 51 हजार रुपये दिए जाते हैं। यह मदद राशि पात्र बालिकाओं के परिजनों को दी जाती है।
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