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Up Kiran, Digital Desk: ऑपरेशन सिंदूर में भारत से करारी हार झेलने के बाद पाकिस्तान की किस्मत पलट गई है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया। इसमें 150 से ज्यादा आतंकी मारे गए। इस भारतीय हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया।
भारत के साथ इस तनाव के बीच पाकिस्तान अपनी वायुसेना को मजबूत करने के लिए पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट को अपने बेड़े में शामिल करने की तैयारी कर रहा है। कुछ ही महीनों में शेनयांग एफसी 31 गायरोफाल्कन स्टील्थ फाइटर जेट विमान को पाकिस्तानी वायुसेना में शामिल किया जाएगा, जो पीएल 17 मिसाइलों से लैस होगा।
रक्षा से जुड़ी JANES वेबसाइट ने एक पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है। चीनी विमान कुछ ही महीनों में पाकिस्तानी वायुसेना को मिल जाएंगे। पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट इस समय पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट को उड़ाने के लिए चीन में प्रशिक्षण ले रहे हैं। चीन पर्दे के पीछे से भारत के खिलाफ पाकिस्तान को रसद मुहैया करा रहा है।
एफसी 31 चीनी जे 35 ए पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट का निर्यात संस्करण है। चीन ने जे 35 ए विमान को पहली बार पिछले साल नवंबर में झुहाई एयर शो में पेश किया था। जिसके बाद इस फाइटर जेट की खूब चर्चा हुई। इस विमान की तुलना अमेरिकी एफ 35 विमान से की जाने लगी।
पिछले महीने पाकिस्तान के एक अन्य सरकारी अधिकारी ने एफसी 31 के बारे में अहम जानकारी दी थी। यह स्टील्थ फाइटर विमान चीनी हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल पीएल 17 से लैस है। इस पीएल 17 मिसाइल की रेंज 400 किलोमीटर है। पिछले दिसंबर में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि चीन 2 साल में पाकिस्तान को 40 जे 35 ए विमान भेजेगा। पाकिस्तान 30-36 एफसी 31 विमान खरीद सकता है। जो अगले 12 से 18 महीनों में 6-6 के बैच में चीन से पाकिस्तान आएंगे।
एफसी-31 जायरोफाल्कन फाइटर जेट क्या है
एफसी-31 जायरोफाल्कन चीनी कंपनी शेनयांग एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा विकसित पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर एयरक्राफ्ट है। इसे अमेरिकी जे-35 और जे-20 से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है। इसमें स्टील्थ डिजाइन, एईएसए रडार और आंतरिक हथियार हैं, जो इसे रडार से बचने में मदद करते हैं।
एफसी-31 फाइटर जेट की विशेषताएं
इस फाइटर जेट को मैक 1.8 यानी 2,200 किमी/घंटा की गति से उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी रेंज 1,200 किमी (हवा में ईंधन भरने के बाद 1,900 किमी) है। इसे पीएल-17 मिसाइल से लैस किया जा सकता है, जिसकी रेंज 400 किमी है और यह रडार से बचते हुए दूर से हमला कर सकता है।
इसमें 6-6 बाहरी और आंतरिक हार्डपॉइंट हैं, जिनमें कुल 10 हजार किलोग्राम के हथियार लोड किए जा सकते हैं। यह 12 मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें ले जा सकता है। यह 8 सुपरसोनिक हवा से जमीन पर मार करने वाले बम और 8 500 किलोग्राम के डीप-पेनेट्रेशन बम या 30 छोटे बम ले जा सकता है। विमान 28,000 किलोग्राम का टेक-ऑफ वजन लेकर उड़ान भर सकता है।
भारत की तैयारी क्या
पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ विमानों की चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत तेजी से तैयारी कर रहा है। रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में AMCA के मॉडल को मंजूरी दी है। जिसका प्रोटोटाइप 2026-27 तक तैयार हो जाएगा। AMCA Mk1 2030 तक और Mk2 2035 तक तैयार हो जाएगा।
FC 31 को लेकर कुछ संशय भी हैं, इसमें कई कमियां हैं, जो भारत के लिए राहत की बात है। इसका स्टेल्थ जे 20 या एफ 35 जितना आधुनिक नहीं है। पाकिस्तानी वायु सेना को नए जेट को शामिल करने के लिए रसद और प्रशिक्षण संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। यह महंगी परियोजना पाकिस्तान की डूबती अर्थव्यवस्था के सामने चुनौतीपूर्ण है।
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