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लगभग महीने भर बाद थोक मंडी में दाम बढ़ने से सब्जियों की महंगाई से अब लोगों को राहत मिलना शुरू हो गई है। बारिश का सीजन शुरू होने के बाद थोक मंडियों में सब्जियों की आवक खपत की तुलना में 20% से कम हो गई थी, जिसका असर सब्जियों के दामों पर पड़ रहा था। इसके कारण लगभग आधा दर्जन से अधिक प्रकार की सब्जियों के दाम थोक एवं चिल्हर दोनों में प्रति किलो ₹100 पर पहुंच गए थे।

हालांकि अब थोक मंडियों में सब्जियों की आवक फिर बढ़ने लगी है। जिससे सब्जियों के दामों में गिरावट आना शुरू हो गई है। पिछले दो दिन टमाटर व शिमला मिर्च को छोड़कर अन्य सब्जियों के दामों में भी गिरावट आई। सबसे ज्यादा गिरावट फूलगोभी, करेला, ग्वार फली, मूंग, कोई, हरी मिर्च व धनिया पत्ती के दाम में आई है, जो सबसे महंगी बिक रही थी। इन सब्जियों के दाम सबसे ज्यादा बढ़े है, जिससे इनके दाम पर असर पड़ रहा है। तो वहीं महंगे टमाटर से फिलहाल लोगों को राहत मिलना मुश्किल है।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में अगस्त के आखिर तक सब्जियों के दाम कम होने की उम्मीद है।

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