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इजरायली सेना ने गाजा में आक्रामक रवैए से अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इज़रायली सेना, आईडीएफ ने उत्तर के बाद दक्षिणी गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं। इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने युद्ध के मकसद को दोहराया है क्योंकि गाजा जल्द ही आईडीएफ के पूर्ण नियंत्रण में आने की संभावना है।

नेतन्याहू ने एक बार फिर हमास की कमर तोड़ने और हमास के सभी कमांडरों को खत्म करने की बात दोहराई है. नेतन्याहू ने यह भी कहा है कि इजरायली सेना गाजा पट्टी में एक असैन्यीकृत क्षेत्र बनाने के लिए काम करेगी। युद्ध का मकसद बताते हुए नेतन्याहू ने गाजा से अपने लोगों को वापस लाने की प्रतिबद्धता दोहराई. इसके अलावा हमास की सैन्य और राजनीतिक क्षमताएं पूरी तरह नष्ट हो जाएंगी. ताकि भविष्य में इजराइल को गाजा पट्टी से कोई खतरा महसूस न हो. इन बातों के साथ ही नेतन्याहू ने युद्ध के बाद की अपनी योजनाओं का भी खुलासा किया.

उन्होंने कहा कि हमारी फौज गाजा पट्टी में एक विसैन्यीकृत क्षेत्र बनाने के लिए काम करेगी। वे गाजा पट्टी को विसैन्यीकृत करने के लिए किसी भी अन्य अंतरराष्ट्रीय सेना की तुलना में अपनी सेना पर ज्यादा विश्वास करते हैं। डीएमजेड यानी डिमिलिटराइज्ड जोन एक ऐसा क्षेत्र है जहां सैनिकों की तैनाती, हथियारों की तैनाती और अन्य सैन्य गतिविधियां नहीं की जा सकतीं।

पीएम नेतन्याहू ने बीती रात तेल अवीव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन पर युद्ध खत्म करने के लिए दुनिया भर से दबाव है. यहां से मैं दुनिया भर में अपने मित्रों को बताता हूं कि युद्ध को शीघ्र खत्म करने का हमारा एकमात्र तरीका हमास के विरूद्ध भारी बल का उपयोग करना है। केवल सैन्य कार्रवाई से ही गाजा युद्ध का अंत और बंधकों की वापसी सुनिश्चित होगी। अगर दुनिया युद्ध को जल्द खत्म करना चाहती है तो उन्हें हमारे साथ मजबूती से खड़ा होना होगा।

 

 

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