स्कूल का फर्स्ट डे बच्चों के साथ मां-बाप के लिए भी मिली जुली प्रतिक्रियाओं से भरा होता है। एक तरफ जहां नन्हा पहली बार माता पिता के बगैर घर से बाहर घंटों बिताता है तो दूसरी तरफ परिजनों को उसे लेकर कई तरह की चिंता सताती है। ऐसे में थोड़ी सी तैयारी के साथ आप बच्चों के जीवन के इस नए सफर को शुरुआत से ही खुशनुमा के साथ साथ यादगार भी बना सकते हैं।
बच्चों को विद्यालय भेजने की शुरुआत उसके स्कूल के रुटीन में डालने से करें। बच्चा भले ही लेट सोकर उठता हो, मगर स्कूल खुलने से कुछ दिन पहले ही उसे स्कूल समय के मुताबिक उठना, तैयार करना व नाश्ता करना शुरू कर दें। इससे वो स्कूल के पहले दिन ही अपने रूटीन को लेकर सहज महसूस करेगा।
स्कूल के प्रति बच्चों के मन में बसे डर को निकालने के लिए आप उसे कक्षा शुरू होने से पहले ही स्कूल की विजिट करा सकते हैं। बच्चों को उसकी कक्षा दिखाएं। अगर मुमकिन हो तो टीचर से भी मिलवाएं। हां, उसे स्कूल का प्लेग्राउंड जरुर दिखाएं। अक्सर देखा जाता है कि बच्चा स्कूल के पहले दिन कुछ खाता नहीं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप उसे टिफिन उसकी पसंदीदा चीज रख दें।
भोजन के साथ उसका पसंदीदा का फल भी रखें। स्कूल के फर्स्ट डे छुट्टी होने पर खुद ही बच्चे को लेकर जाने की कोशिश करें। इससे आप उसके नए अनुभव की प्रतिक्रिया को अपनी आंखों से देख सकेंगे। ये अनुभव न सिर्फ बच्चे के लिए बल्कि आपके लिए भी नया व यादगार होगा। आज के फोटो फ्रेंडली दौर में स्कूल के पहले दिन बच्चे की फोटो लेना न भूलें। ये फोटो सारी उम्र उस दिन की यादों को ताजा करेगी। सेल्फी के लिए बच्चे बहुत जल्दी मान जाते हैं, तो ये उनके लिए भी बहुत अच्छा विकल्प होगा।
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