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Up Kiran, Digital Desk: बारिश का मौसम आते ही प्रकृति हरी-भरी हो उठती है और हमारे पौधे भी खूब फलते-फूलते हैं। मॉनसून जहाँ पौधों को जीवन देता है, वहीं अत्यधिक नमी और पानी कुछ पौधों के लिए हानिकारक भी हो सकती है। अगर आप चाहते हैं कि मॉनसून में आपके पौधे हरे-भरे और स्वस्थ रहें, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है।

हम आपको बता रहे हैं 10 ऐसे शानदार टिप्स, जो आपको मॉनसून के दौरान अपने पौधों को मरने से बचाने और उन्हें पनपने में मदद करेंगे। इनमें से नंबर 7 वाला टिप्स शायद आपको हैरान कर दे, लेकिन यह बेहद असरदार है!

मॉन्सून में पौधों को स्वस्थ रखने के 10 अद्भुत टिप्स:

जल निकासी का रखें ध्यान (Ensure Proper Drainage):
यह मॉनसून का सबसे महत्वपूर्ण नियम है। गमलों में पानी ठहरना नहीं चाहिए, वरना जड़ें सड़ जाएंगी। सुनिश्चित करें कि गमलों में पर्याप्त ड्रेनेज होल्स हों और वे बंद न हों।

टिप: गमले के नीचे ईंट या स्टैंड रखें ताकि पानी आसानी से निकल जाए।

 ओवरवॉटरिंग से बचें (Avoid Overwatering):
बारिश के दिनों में पौधों को अतिरिक्त पानी की ज़रूरत नहीं होती। मिट्टी सूखने पर ही पानी दें। उंगली से मिट्टी की नमी जांचें।

टिप: मिट्टी को गीला होने दें, पर दलदली न बनाएं।

पत्तियों की सफाई (Clean the Leaves):
बारिश के साथ धूल और मिट्टी पत्तियों पर जम जाती है, जिससे प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) बाधित होता है। पत्तियों को हल्के हाथों से साफ करते रहें।

टिप: सूती कपड़े से धीरे-धीरे पोंछें या हल्का पानी छिड़कें।

फंगस और कीटों से बचाव (Protect from Fungus and Pests):
मॉनसून में नमी के कारण फंगस और कीटों का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रूप से पत्तियों और तनों का निरीक्षण करें।

टिप: नीम के तेल का स्प्रे या ऑर्गेनिक फंगीसाइड का इस्तेमाल करें।

छंटाई (Pruning):
पौधों की मृत या पीली पत्तियों और शाखाओं को हटा दें। इससे हवा का संचार बेहतर होता है और फंगस का खतरा कम होता है।

टिप: तेज और साफ कैंची का इस्तेमाल करें।

 सही जगह पर रखें (Relocate if Needed):
कुछ पौधों को बहुत ज़्यादा बारिश पसंद नहीं होती। ऐसे पौधों को ऐसी जगह पर रखें जहाँ सीधी तेज़ बारिश न पड़े, जैसे बालकनी के किनारे या बरामदे में।

टिप: शेल्टर वाली जगह चुनें जहाँ हल्की बारिश ही पहुंचे।

मिट्टी में लकड़ी का कोयला डालें (Add Charcoal to Soil):
यह सुनकर अजीब लग सकता है, लेकिन बागवानी के लिए लकड़ी का कोयला (Charcoal) बेहद फायदेमंद है। यह मिट्टी से अतिरिक्त नमी सोखता है, फंगस को पनपने से रोकता है और मिट्टी में हवा का संचार बढ़ाता है। यह जड़ों को सड़ने से बचाता है।

कैसे करें: छोटे-छोटे टुकड़े करके गमले की मिट्टी में मिला दें या ड्रेनेज लेयर में इस्तेमाल करें।

पोषण पर ध्यान दें (Focus on Nutrition):
बारिश में पोषक तत्व मिट्टी से बह जाते हैं। धीमी गति से घुलने वाली खाद (Slow-release fertilizer) या जैविक खाद का उपयोग करें।

टिप: बारिश धीमी होने पर जैविक खाद डालें।

 सहारा दें (Provide Support):
तेज़ हवा और बारिश से बड़े या बेल वाले पौधे गिर सकते हैं। उन्हें सहारा देने के लिए स्टिक या तार का इस्तेमाल करें।

नियमित निरीक्षण (Regular Inspection):
मॉनसून में अपने पौधों पर नज़र बनाए रखें। किसी भी बीमारी या कीट के शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत कार्रवाई करें।

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