
सावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाते हुए सात स्तरों में सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य पवित्र स्थलों की यात्रा करते हैं। इसे देखते हुए इस बार सुरक्षा और व्यवस्थाओं को काफी व्यापक किया गया है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस बार कांवड़ यात्रा की निगरानी सात सुरक्षा चक्रों में की जाएगी। इसमें स्थानीय पुलिस, PAC, ट्रैफिक पुलिस, साइबर सेल, खुफिया विभाग, एंटी टेरर स्क्वॉड (ATS) और ड्रोन कैमरे शामिल होंगे। हर मार्ग पर पुलिसकर्मियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है और संवेदनशील स्थानों की निगरानी ड्रोन से की जाएगी।
यात्रा मार्गों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। साथ ही जगह-जगह मेडिकल कैंप, जलपान केंद्र और रेस्ट जोन भी बनाए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
महिला सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं। महिला पुलिस कर्मियों को अलग-अलग टीमों में बांटकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में तैनात किया जाएगा। यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए वैकल्पिक रूट की भी व्यवस्था की गई है।
प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी पुलिस को दें। साथ ही असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है।
कांवड़ यात्रा केवल भक्ति का पर्व नहीं, बल्कि अनुशासन और व्यवस्था का भी उदाहरण बनता जा रहा है।
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