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Up Kiran, Digital Desk: ज्योतिष में राहु को एक छाया ग्रह माना जाता है, जो अक्सर जीवन में भ्रम और अचानक होने वाली घटनाओं से जुड़ा होता है। यह व्यक्ति के जीवन में अनिश्चितता ला सकता है। लेकिन, जब देवगुरु बृहस्पति की शुभ दृष्टि राहु पर पड़ती है, तो इसके नकारात्मक प्रभाव काफी कम हो जाते हैं और यह शुभ फल देने लगता है।

ऐसा ही एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय बदलाव 18 मई 2025 को होने जा रहा है। इस दिन राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जबकि गुरु बृहस्पति पहले से ही (14 मई 2025 से) मिथुन राशि में विराजमान होंगे। मिथुन राशि से गुरु अपनी नवम दृष्टि (नौवीं नजर) से कुंभ राशि में बैठे राहु को देखेंगे। ग्रहों की यह खास स्थिति किन 4 राशियों के लिए किस्मत बदलने वाली (गेमचेंजर) साबित हो सकती है? आइए जानते हैं।

मिथुन राशि

राहु आपकी राशि से नवम भाव (कुंभ) में होंगे और गुरु आपकी ही राशि (प्रथम भाव) में विराजमान होकर राहु को देखेंगे। गुरु की यह सीधी दृष्टि राहु के बुरे असर को कम करेगी। इसका नतीजा? आपके करियर में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। आप नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित होंगे और आपकी सोचने-समझने की क्षमता बढ़ेगी। पिछले समय में की गई मेहनत का फल अब आपको मिल सकता है। हालांकि, परिवार में बातचीत करते समय थोड़ी सावधानी बरतनी होगी, शब्दों का चयन सोच-समझकर करें।

सिंह राशि

आपकी राशि के लिए भी यह गोचर शुभ संकेत ला रहा है। मिथुन में बैठे गुरु की शुभ दृष्टि कुंभ में स्थित राहु पर पड़ने से आपको जीवन में नई सफलताएं मिल सकती हैं। खासकर जो लोग साझेदारी (पार्टनरशिप) में बिज़नेस करते हैं, उन्हें अचानक धन लाभ होने के योग बन सकते हैं। किसी दोस्त या करीबी रिश्तेदार की मदद से बेरोजगार लोगों को अच्छी नौकरी मिल सकती है। वैवाहिक जीवन में छोटी-मोटी नोकझोंक हो सकती है, लेकिन चिंता की बात नहीं, स्थिति नियंत्रण में रहेगी। कुछ लोगों को बिज़नेस में कोई बड़ी डील भी हाथ लग सकती है।

तुला राशि

राहु का यह गोचर और उस पर गुरु की दृष्टि आपके लिए कई तरह से 'गेमचेंजर' साबित हो सकती है। आपको इस दौरान नए प्रोजेक्ट मिल सकते हैं या ऑफिस में तरक्की (प्रमोशन) के योग बन सकते हैं। आपके वो अच्छे काम, जिन पर शायद पहले ध्यान नहीं गया, अब सबके सामने आ सकते हैं। इससे आपके करियर और समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जो लोग विदेश जाने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी इच्छा पूरी होने की प्रबल संभावना है। कुछ लोग इस दौरान कोई नई भाषा सीखने में भी रुचि दिखा सकते हैं।

कुंभ राशि

राहु का गोचर आपकी ही राशि, यानी आपके प्रथम भाव (लग्न) में होगा। वैसे तो प्रथम भाव में राहु थोड़ा भ्रम दे सकता है, लेकिन मिथुन राशि से गुरु की सीधी नवम दृष्टि पड़ने के कारण राहु का बुरा असर काफी कम हो जाएगा। इस दौरान आप शोध (रिसर्च) जैसे कार्यों से लाभ कमा सकते हैं। आपके अंदर नई चीजों को जानने की इच्छा जागेगी, जिसका फायदा आपको अपने काम में मिलेगा। आप दुनियादारी निभाते हुए भी आध्यात्मिक कामों में रुचि ले सकते हैं। बस, वैवाहिक जीवन को लेकर थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

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