डब्ल्यूटीसी फाइनल में बेंच पर बैठने वाले आर अश्विन अब तमिलनाडु प्रीमियर लीग में धूम मचा रहे हैं।
कोयंबटूर में टीएनपीएल का सातवाँ सीजन खेला जा रहा है, जहां बुधवार को टूर्नमेंट में एक अजब गजब वाकया देखने को मिला। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि रविचंद्रन अश्विन जब भी मैदान पर होते हैं तब कुछ ना कुछ हट के दिलचस्प जरूर देखने को मिलता है।
बुधवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ। मैच खेला गया था डिंडिगुल डॅाल और त्रिची के बीच इस मैच की एक ही गेंद पर 2 DRS देखने को मिले।
जी हाँ, एक गेंद के ऊपर दो DRS, यानी कि रिव्यु को भी रिव्यु के लिए भेजा गया। मुकाबले में थर्ड अंपायर के फैसले को चुनौती देने का काम खुद ब खुद अश्विन ने किया।
मैच की शुरुआत त्रिची के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के साथ हुई। टीम की पारी के तेरहवें ओवर में ये हैरान कर देने वाला दृश्य देखने को मिला।
तेरह ओवर में डिंडिगुल की कप्तानी कर रहे आर अश्विन गेंदबाजी पर थे। ओवर की आखिरी गेंद पर त्रिची के बल्लेबाज राजकुमार ने बड़ा शॉट खेलना चाहा लेकिन वह चूक गए।
गेंद सीधा विकेटकीपर के दस्तानों में जा पहुंची। राजकुमार के खिलाफ अपील हुई और फील्ड अंपायर ने उनको आउट करार दिया। राजकुमार ने अंपायर के फैसले के विरुद्ध जाते हुए तुरंत DRS लेने का फैसला किया।
रीप्ले में नजर आया कि गेंद बल्ले से लगी ही नहीं थी।
राजकुमार का बैच पिच से टकराया था और उसी की आवाज भी सुनाई दी थी। थर्ड अंपायर ने त्रिची के बेटर राजकुमार के पक्ष में निर्णय सुनाया और बल्लेबाज को नॉटआउट करार दिया।
जैसे ही फील्ड अंपायर ने राज कुमार को नॉटआउट दिया वैसे ही अश्विन भड़क गए। अश्विन ने खुद थर्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ रीव्यू लेकर सभी को चौंका दिया। अश्विन के चेहरे पर गुस्सा नजर आ रहा था।
थर्ड अंपायर ने अश्विन के DRS के बाद एक बार फिर से उसी ऐंगल से चेक किया और फैसला अश्विन के पक्ष में आया। फिर राजकुमार अठारह ओवर में बाईस गेंदों पर उनतालीस रन बनाकर पवेलियन लौटे।
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