Up kiran,Digital Desk : सोचिए, आपको B.Sc. की एक और डिग्री मिल जाए और वह भी सिर्फ एक साल में! जी हाँ, जो काम पहले दो साल में होता था, अब वह सिर्फ एक साल में पूरा हो सकेगा। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (UPRTOU) ने छात्रों को यह बड़ी खुशखबरी दी है।
यह नई व्यवस्था उन छात्रों के लिए एक सुनहरा मौका है, जो पहले से ग्रेजुएट हैं और अपनी योग्यता बढ़ाने के लिए किसी एक अतिरिक्त विषय में B.Sc. की डिग्री हासिल करना चाहते हैं।
लेकिन इस कहानी में एक 'ट्विस्ट' भी है!
इससे पहले कि आप बहुत ज्यादा खुश हों, यह जानना भी जरूरी है कि यूनिवर्सिटी ने कोर्स या सिलेबस में कोई कटौती नहीं की है। इसका सीधा मतलब है कि जो पढ़ाई पहले छात्रों को दो साल में करनी होती थी, अब वही पढ़ाई उन्हें सिर्फ एक साल में पूरी करनी होगी। यानी, मेहनत होगी दोगुनी, लेकिन समय बचेगा पूरा एक साल!
जनवरी 2026 से शुरू होंगे ये 6 नए विषय
यूनिवर्सिटी जनवरी 2026 के सेशन से सिंगल सब्जेक्ट B.Sc. में 6 नए और अहम विषय शुरू करने जा रही है:
- बॉटनी (Botany)
- जूलॉजी (Zoology)
- केमिस्ट्री (Chemistry)
- फिजिक्स (Physics)
- मैथ्स (Maths)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
इनके शुरू होने के बाद, छात्रों के पास B.Sc. के लिए कुल 16 अलग-अलग कॉम्बिनेशन के विकल्प मौजूद होंगे, जिससे वे अपनी पसंद और करियर के हिसाब से विषय चुन सकेंगे।
छात्रों को इससे क्या फायदा होगा?
इस नई व्यवस्था का सबसे बड़ा फायदा समय की बचत है।
- बचेगा पूरा एक साल: छात्र अब एक साल बचाकर किसी दूसरी डिग्री या कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी: एक साल बचने से छात्रों को सिविल सेवा, SSC या दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा।
- जल्द कर पाएंगे मास्टर्स: जो छात्र B.Sc. के बाद मास्टर्स (M.Sc.) करना चाहते हैं, वे अब एक साल पहले ही अपनी आगे की पढ़ाई शुरू कर पाएंगे।
विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे.पी. यादव ने भी इस बात की पुष्टि की यह तैयारी अंतिम चरण में है और यूनिवर्सिटी छात्रों को बेहतर मौके देने के लिए लगातार काम कर रही है। तो, मौका तो शानदार लेकिन इसके लिए आपको कमर कसनी होगी और दोगुनी मेहनत के लिए तैयार रहना होगा।
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