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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, और इस बार की सबसे रोमांचक और महत्वपूर्ण सीटों में एक है सीवान विधानसभा क्षेत्र। यहां भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच मुकाबला होगा। यह सीट भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पहले 2020 में राजद के हाथों हार चुकी थी।

भाजपा का लक्ष्य: सीवान सीट फिर से जीतना

2020 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव को राजद के अवध बिहारी चौधरी से 1,973 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। जहां चौधरी को 76,786 वोट मिले थे, वहीं यादव को 74,812 वोट ही मिल सके थे। 2020 से पहले भाजपा के व्यास देव प्रसाद ने 2010 और 2015 में सीवान विधानसभा सीट पर लगातार दो बार जीत हासिल की थी।

2025 में भाजपा का दावा मजबूत होगा, क्योंकि वह जनता दल यूनाइटेड (JDU), लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के साथ गठबंधन में चुनावी मैदान में उतरेगी।

राजद का गठबंधन और चुनावी रणनीति

वहीं, दूसरी ओर राजद का गठबंधन कांग्रेस, वाम दलों और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के साथ है। इसका उद्देश्य सीवान सीट पर फिर से राजद का कब्जा बरकरार रखना है। इस गठबंधन ने पिछले चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी, और इस बार भी राजद अपनी पूरी ताकत झोंकेगी।

सीवान विधानसभा क्षेत्र: एक नजर

सीवान विधानसभा क्षेत्र सीवान जिले का हिस्सा है और सीवान लोकसभा क्षेत्र का भी हिस्सा है। 2020 में, इस क्षेत्र में कुल 3,11,523 मतदाता थे, जिनमें से 1,63,489 पुरुष और 1,48,028 महिला मतदाता थे। इसके अलावा, 2020 में सीवान विधानसभा क्षेत्र में 499 सेवा मतदाता भी थे।

बिहार विधानसभा 2025 चुनाव तिथि

सीवान विधानसभा क्षेत्र सहित बिहार के 121 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 को होगा। वहीं, परिणाम 14 नवंबर 2025 को घोषित किए जाएंगे।

2020 और 2015 के परिणाम: एक तुलनात्मक विश्लेषण

2020 में, राजद के अवध बिहारी चौधरी ने भाजपा के ओम प्रकाश यादव को 1,973 वोटों से हराया। चौधरी को 45.3% वोट मिले, जबकि यादव को 44.13% वोट मिले।

2015 में, भाजपा के व्यास देव प्रसाद ने 3,534 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्हें 35.02% वोट मिले थे, जबकि राजद के अवध बिहारी चौधरी को 18.06% वोट मिले थे।

इस तुलना से साफ है कि सीवान में पिछले चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला बेहद कड़ा रहा है, और इस बार भी ऐसा ही हो सकता है।

सीवान की सियासत: कोई भी पार्टी छोड़ेगी नहीं मौका

सीवान विधानसभा क्षेत्र का महत्व बढ़ जाता है क्योंकि यह सीवान लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यहां से जनता दल यूनाइटेड की विजयलक्ष्मी देवी ने 2024 लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब को भारी अंतर से हराया था। अब, 2025 में यह सीट भी एक बड़ा राजनीतिक केंद्र बनने वाली है।