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Up Kiran, Digital Desk: भगवान का अपना देश' यानी केरल जितना अपनी हरियाली और खूबसूरत नज़ारों के लिए मशहूर है, उतना ही अपने लज़ीज़ और मसालों से भरपूर खाने के लिए भी। यहाँ के खाने में नारियल, केले के पत्ते और ताज़े समुद्री भोजन का ऐसा जादू है, जो एक बार चखने वाले के दिल में हमेशा के लिए बस जाता है।

अगर आप भी केरल घूमने का प्लान बना रहे हैं या वहाँ के असली स्वाद को महसूस करना चाहते हैं, तो इन 5 जगहों पर खाना खाए बिना आपकी यात्रा अधूरी मानी जाएगी।

1. कोझिकोड (कालीकट) की मालाबार बिरयानी
बिरयानी तो आपने बहुत खाई होगी, लेकिन जो बात कोझिकोड की मालाबार बिरयानी में है, वो कहीं और नहीं। यहाँ के मसालों की ख़ुशबू और चावल का हल्का मीठा स्वाद इसे बाकी सबसे अलग बनाता है। कोझिकोड के किसी पुराने और प्रसिद्ध रेस्टोरेंट में यह बिरयानी ज़रूर ट्राई करें, इसका स्वाद आप कभी नहीं भूल पाएंगे।

2. बैकवॉटर्स की 'कल्लू शाप्पु' (ताड़ी की दुकान): केरल की असली आत्मा तो यहाँ के बैकवॉटर्स (शांत झीलें) में बसती है, और यहीं मिलती हैं 'कल्लू शाप्पु' यानी ताड़ी की दुकानें। यहाँ का माहौल बेहद देसी होता है, लेकिन खाना... एकदम अव्वल दर्जे का! केले के पत्ते पर परोसी गई मसालेदार 'करीमीन पोल्लिचाथु' (मछली) और नरम अप्पम खाकर आपकी आत्मा तृप्त हो जाएगी।

3. फोर्ट कोच्चि के समुद्री खाने वाले कैफे: फोर्ट कोच्चि की रंगीन और ऐतिहासिक गलियों में आपको कई छोटे-छोटे, प्यारे कैफे मिलेंगे। यहाँ आपको ताज़े-ताज़े सी-फ़ूड के साथ-साथ केरल और पुर्तगाली खाने का एक अनोखा संगम चखने को मिलेगा। समंदर किनारे बैठकर गरमा-गरम प्रॉन (झींगा) फ्राई खाने का मज़ा ही कुछ और है।

4. तिरुवनंतपुरम की पारंपरिक ‘साद्य: अगर आप केरल का असली शाकाहारी स्वाद चखना चाहते हैं, तो एक बार 'साद्य' ज़रूर ट्राई करें। यह सिर्फ़ एक थाली नहीं, बल्कि एक शाही दावत है। तिरुवनंतपुरम के किसी पारंपरिक रेस्टोरेंट में केले के पत्ते पर 25 से ज़्यादा तरह के पकवानों (जैसे अवियल, थोरन, सांभर, पायसम) के साथ परोसा जाने वाला यह खाना एक ऐसा अनुभव है जिसे आप ज़िंदगी भर याद रखेंगे।

5. कोट्टायम का अप्पम और स्टू: केरल में दिन की सबसे अच्छी शुरुआत होती है नरम और जालीदार अप्पम के साथ। इसके साथ हल्का मीठा और नारियल के दूध से बना स्टू (सब्जियों या चिकन का) परोसा जाता है। यह कॉम्बिनेशन जितना सादा है, उतना ही स्वादिष्ट भी। कोट्टायम या त्रिशूर की किसी छोटी और homely दुकान पर यह क्लासिक नाश्ता ज़रूर करें।