दुश्मन देश की पीएलए फौज हाई एल्टीट्यूड में अब तकनीक के माध्यम से भारत से बढ़त बनाने का प्रयास कर रही है। इसी की चक्कर में चीनी फौज इंडियन आर्मी से मात खा जाते हैं।
सूत्रों के अनुसार, चीन तकनीक के माध्यम से अपनी इस कमी को दूर करने का प्रयास कर रहा है। 15 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर जाने से पहले अमूमन 14 दिन का एक्लेमटाइजेशन (शरीर को वहां के मुताबिक ढालना) आवश्यक होता है, तत्पश्चात, शरीर वहां के लिए तैयार हो पाता है। मगर चीन ने इन 14 दिनों की जगह अपने फौजियों को 3 दिन में ही तैयार करने के लिए एक्लेमटाइजेशन चेंबर बनाए हैं। सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना LAC पर अपने फौजियों को तैनात करने के लिए इन चेंबर्स का सहारा ले रही है।
एक आला अफसर के अनुसार, इंडियन आर्मी 6-4-4 का फॉर्मूला अपनाती है। यानी 9 हजार से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर 6 दिन का एक्लेमटाइजेशन, 12 से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर 4 दिन का और 15 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर 4 दिन का एक्लेमटाइजेशन। इसमें शुरू के 6 दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
चीनी फौज एक्लेमटाइजेशन चेंबर के जरिए दिन कम कर इसे बहुत हल्के में ले रही है और इसका खामियाजा चीनी सैनिक भुगतेंगे। 14 दिन की जगह 3 दिन में यह करने के पीछे चीन का लक्ष्य यह है कि वह जल्दी अपने सैनिकों को हाई एल्टीट्यूट पर भेजने के लिए तैयार कर ले।
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