चीन में फिर तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। इसके चलते पूरे विश्व में दहशत बनी हुई। इसी सिलसिले में हिंदुस्तान के पूर्व राजनियक ने बताया कि चीन में नई लहर बड़ा संकट पैदा कर सकती है।
उन्होंने कहा कि अकेले चीन की ही 60 % जनसंख्या कोविड की जद में आ सकती है। इसके साथ साथ विश्व की कुल 10 % जनसंख्या संक्रमित होगी और लाखों लोगों की जानें जा सकती हैं।
लंदन की एक संस्था के अनुसार यदि चीन इस मौके पर अपनी जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देता है तो फिर संकट बढ़ेगा। संस्था का कहना है कि चीन में कोरोना टीकों की दर कम रही है। इसके अलावा बूस्टर डोज की संख्या भी बहुत कम है। यही नहीं हाइब्रिड इम्युनिटी का भी चीन में अभाव है। ऐसी स्थिति में चीन में 12 से 20 लाख लोगों की कोविड से मौत हो सकती है।
संस्था ने कहा, 'चीन में कोरोना को लेकर इम्युनिटी की कमी है। वहां के लोगों को चीन में ही बनी सिनोवैक और सिनोफार्म वैक्सीन ही लगी है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है।'
तो वहीं कोरोना के बढ़ते केसों को मद्देनजर रखते हुए लोगों ने कहा कि क्या चीन की कोरोना वैक्सीन, उनकी चाइनिंज आइटम की तरह है जो वायरस को खत्म करने में प्रभावी नहीं है। चीन का कोरोना टीका कमजोर है।
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