UP News: यदि आप UP में मुफ्त राशन प्राप्त कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। मुफ्त राशन के लाभार्थियों के लिए यह खबर खासतौर पर उपयोगी है, क्योंकि विभाग ने लगभग 50 लाख ऐसे राशन कार्ड धारकों की पहचान की है, जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है। जिन लाभार्थियों ने ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उन्हें योजना के लाभ से वंचित करने का निर्णय लिया गया है। गाजियाबाद शहर में 50 लाख से अधिक लोगों में से केवल 10.58 लाख लोगों ने ही अपने राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी करवाई है। हालांकि, लाभार्थी अभी भी ई-केवाईसी करवा सकते हैं और मुफ्त राशन का लाभ उठा सकते हैं।
प्रदेश में करोड़ों कार्ड अंत्योदय योजना के अंतर्गत आते हैं और पूरे भारत में निःशुल्क राशन प्राप्त करने वालों की संख्या 80 करोड़ से ज्यादा है। कुल 20,05,709 लोगों को मुफ्त राशन दिया जाता है, और यह स्थिति यूपी के हर जिले में समान है। बताया गया है कि योजना में पारदर्शिता लाने के लिए शासन ने सभी राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए थे, ताकि उन्हें निर्बाध रूप से फ्री राशन मिल सके।
लगभग 49 प्रतिशत लाभार्थियों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, जिससे उन्हें योजना का लाभ लेने में कठिनाई हो सकती है। फिर भी, ई-केवाईसी कराना अभी भी संभव है। UP से लगभग 50 लाख राशन कार्डों की पहचान की गई है, जिन्हें रद्द करने की तैयारी सरकार कर रही है।
ये भी जान लें कि देश में फ्री राशन योजना का लाभ लगभग 80 करोड़ लोग ले रहे हैं, मगर इनमें कई लाभार्थी ऐसे हैं, जो वास्तव में योजना के पात्र नहीं हैं। सभी पात्र व्यक्तियों को मुफ्त राशन का लाभ मिल सके, इसलिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया शुरू की गई थी। मगर लोग सरकार की अपील पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप विभाग को ऐसे राशन कार्ड धारकों को योजना के लाभ से वंचित करना पड़ सकता है।
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