img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम अब अपने अगले बड़े लक्ष्य पर नज़रें जमाए बैठी है। बीसीसीआई ने मंगलवार को एशिया कप के लिए स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। इस बार टीम की खासियत यह है कि इसमें सात खिलाड़ी लेफ्ट हैंडर्स हैं, जबकि तीन ऑलराउंडर भी शामिल किए गए हैं। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग संतुलित दिख रहे हैं। शुभमन गिल को उपकप्तान की जिम्मेदारी मिली है और जसप्रीत बुमराह की वापसी से गेंदबाजी अटैक और मजबूत हो गया है। हालांकि श्रेयस अय्यर और कुछ अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी को लेकर फैन्स की नाराज़गी भी देखने को मिल रही है, लेकिन इसके बावजूद यह टीम खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।

भारत अपना पहला मैच 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ खेलेगा। इसके बाद 14 सितंबर को बहुप्रतीक्षित मुकाबला पाकिस्तान के साथ होगा और फिर 19 सितंबर को ओमान के खिलाफ ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच खेला जाएगा। टीम इंडिया के सुपर-4 में पहुंचने की उम्मीदें लगभग तय मानी जा रही हैं, जहां उसका सामना अपने ग्रुप की एक टीम और दूसरे ग्रुप की दो शीर्ष टीमों से होगा। दूसरे ग्रुप में अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और हांगकांग की टीमें खेल रही हैं।

टीम में सात बाएं हाथ के खिलाड़ी

इस बार चयनकर्ताओं ने स्क्वॉड में सात लेफ्ट हैंडर्स पर भरोसा जताया है। इनमें अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, अक्षर पटेल, शिवम दुबे, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव शामिल हैं। माना जा रहा है कि इनमें से कम से कम चार खिलाड़ी हर मैच की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाएंगे। अभिषेक शर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी उन्हें ओपनिंग में मजबूत विकल्प बनाती है। अक्षर पटेल अपने ऑलराउंड प्रदर्शन और शानदार फील्डिंग की वजह से लगभग हर मैच में खेलने के दावेदार हैं।

शुभमन गिल की वापसी से ओपनिंग कॉम्बिनेशन और मजबूत हो गया है। संभावना है कि वे अभिषेक शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करें। वहीं मिडिल ऑर्डर में संजू सैमसन और तिलक वर्मा अहम भूमिका निभा सकते हैं। खास बात यह है कि तिलक यूएई की पिचों पर स्पिन का सामना करने में माहिर माने जाते हैं।

दुबई की पिच और लेफ्ट हैंडर्स का फायदा

भारत के शुरुआती दो मुकाबले दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे, जिनमें पाकिस्तान के खिलाफ 14 सितंबर का मैच भी शामिल है। यहां की पिच स्पिन गेंदबाजों को खासा फायदा देती है। भारत के पास अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती जैसे उम्दा स्पिनर्स हैं। हालांकि स्पिन के खिलाफ बाएं हाथ के बल्लेबाज अक्सर बेहतर प्रदर्शन करते हैं, और यही कारण है कि टीम में इतनी बड़ी संख्या में लेफ्टी खिलाड़ियों का होना रणनीतिक रूप से फायदेमंद साबित हो सकता है।

स्पिनर्स को दुबई की पिच पर काफी टर्न मिलता है, जिससे बल्लेबाजी मुश्किल हो जाती है। लेकिन लेफ्ट हैंडर्स इस चुनौती को अपने आक्रामक खेल से बदल सकते हैं। तिलक वर्मा, अभिषेक शर्मा, रिंकू सिंह और शिवम दुबे जैसे बल्लेबाज टीम को तेज़ रन दिला सकते हैं, जबकि अक्षर पटेल भी जरूरत पड़ने पर बल्ले से योगदान दे सकते हैं।

एशिया कप के लिए भारतीय स्क्वॉड

बल्लेबाज: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, जितेश शर्मा, संजू सैमसन, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा
ऑलराउंडर: हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, शिवम दुबे
गेंदबाज: जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव

--Advertisement--