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Up Kiran, Digital Desk: कहते हैं कि मां और उसके अजन्मे बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे अच्छा होता है। हालांकि, हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसने इस रिश्ते को कलंकित कर दिया है। राजस्थान के बारां के एक गांव में एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। मां की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई। उसने बच्ची के शव को प्लास्टिक के थैले में भरकर किराए के मकान में छिपा दिया और अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। जब बंद घर से बदबू आने लगी तो मकान मालिक ने दरवाजा खोला तो अलमारी से खून निकलता देख वह डर गया। इसके बाद तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी गई।

पुलिस मौके पर पहुंची और घर में बंद अलमारी को खोला। पुलिस ने इस बंद अलमारी में प्लास्टिक के थैले में भरी बच्ची के शव को बाहर निकाला। पता चला कि बच्ची का नाम इशिका है और वह उसी मकान में किराएदार के तौर पर रहने वाली महिला की बेटी है। मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बच्ची की हत्या कर दी जिसके बाद दोनों वहां से फरार हो गए।

अलमारी में छिपाया प्लास्टिक का थैला!

सहायक उपनिरीक्षक हुकुमचंद नागर ने बताया कि गांव के जयराम बैरवा ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बंद मकान की अलमारी से दुर्गंध आ रही है। पुलिस ने अलमारी खोली तो उसमें से एक प्लास्टिक के थैले में एक छोटी बच्ची का शव मिला। यह बच्ची 4 वर्षीय इशिका थी। वह अपनी मां रोशन बाई और लिव-इन पार्टनर महावीर के साथ इस मकान में रहती थी। इस बच्ची के शव को चादर में लपेटकर प्लास्टिक के थैले में भरकर अलमारी में रखा गया था। अब उसके शव को भवरगढ़ के अस्पताल में भेज दिया गया है।

बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई!

महावीर और रोशन बाई ने जयपुर में इशिका की हत्या की और शव को छिपाने और सबूत मिटाने के लिए जैतपुरा चले गए। जयपुर से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सांगानेर रेलवे स्टेशन के पास हुई। यहीं पर महावीर और रोशन बाई ने दो दिन पहले इशिका की गला घोंटकर हत्या की थी।

आरोपी मां सात महीने से महावीर के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। इशिका की मां की पहली शादी टोंक के रविन्द्र बैरवा से हुई थी। इशिका उन्हीं की बेटी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव अंतिम संस्कार के लिए परिवादी जयराम बैरवा को सौंप दिया। फिलहाल आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है।

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