
लखनऊ: लखीमपुर खीरी की घटना (Lakhimpur Kheri Violence) की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल ने एक स्थानीय अदालत में 5,000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया है। वहीँ चार्जशीट के हजारों पन्नों को पुलिस ने आज सुबह लखीमपुर कस्बे के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दो तालों से सुरक्षित एक बड़े ट्रंक में लाया।
आपको बता दें कि वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव ने लखीमपुर में संवाददाताओं से कहा, “हां, आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया है।” गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का जेल में बंद बेटा आशीष मिश्रा पिछले साल अक्टूबर (Lakhimpur Kheri Violence) में लखीमपुर खीरी में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या का मुख्य आरोपी है. हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी।
वहीँ अगर अदालत चार्जशीट को स्वीकार कर लेती है, तो अदालत द्वारा दी गई तारीख पर मामले की सुनवाई शुरू हो जाएगी। चार किसानों और एक पत्रकार को कथित रूप से आशीष मिश्रा द्वारा संचालित एक एसयूवी द्वारा कुचल दिए जाने के बाद, हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) भड़क उठी जिसमें दो भाजपा कार्यकर्ताओं सहित तीन और मारे गए।
सोशल-मीडिया पर देश को झकझोर देने वाले और गुस्से को भड़काने वाले वीडियो (Lakhimpur Kheri Violence) में एक एसयूवी किसानों पर पूरी गति से दौड़ती दिख रही है। वहीँ यूपी पुलिस ने अगले दिन आशीष मिश्रा और 12 अन्य को हत्या के आरोपी के रूप में नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार करने में उन्हें एक सप्ताह और सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का समय लगा।
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