
Up Kiran, Digital Desk: देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई है! सरकार की तिजोरी में एक बड़ी रकम जुड़ गई है, जिससे देश के विकास कार्यों को और गति मिलेगी। दरअसल, हमारे सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बड़े बैंकों ने सरकार को कुल ₹5304 करोड़ का लाभांश (dividend) दिया है। यह लाभांश वित्त वर्ष 2024-25 के लिए दिया गया है, जो बताता है कि हमारे बैंक अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और देश की वित्तीय सेहत मजबूत हो रही है।
क्या होता है लाभांश और क्यों है यह खास?
सरल शब्दों में समझें तो, लाभांश वह मुनाफा होता है जो कंपनियां या बैंक अपने शेयरधारकों को देते हैं। चूंकि भारत सरकार इन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में एक बड़ी शेयरधारक है, इसलिए बैंकों द्वारा कमाए गए मुनाफे का एक हिस्सा सरकार को भी मिलता है। यह पैसा सरकार की आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जिसका उपयोग देश के विकास परियोजनाओं, जन कल्याणकारी योजनाओं और अन्य सरकारी खर्चों को पूरा करने में किया जाता है।
किन बैंकों ने दिया है यह बड़ा लाभांश?
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda): इस बड़े बैंक ने सरकार को ₹2,279.16 करोड़ का लाभांश दिया है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में भी बैंक ने ₹2,279.16 करोड़ का लाभांश दिया था, जो इसकी लगातार बेहतरीन परफॉर्मेंस को दर्शाता है।
इंडियन बैंक (Indian Bank): इंडियन बैंक ने सरकार को ₹1,029 करोड़ का लाभांश दिया है। यह राशि भी बैंक के शानदार प्रदर्शन का नतीजा है। पिछले साल बैंक ने ₹1,029 करोड़ का लाभांश दिया था।
यूको बैंक (UCO Bank): यूको बैंक ने सरकार को ₹1,996 करोड़ का लाभांश दिया है। यूको बैंक का यह लाभांश उसकी वित्तीय स्थिति में सुधार और बढ़ते मुनाफे को दर्शाता है।
यह क्यों है अच्छी खबर?
यह लाभांश सिर्फ बैंकों के मुनाफे की बात नहीं है, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि देश की बैंकिंग प्रणाली मजबूत हो रही है और सरकारी बैंक भी अब बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं। जब बैंक अच्छा मुनाफा कमाते हैं, तो इसका सीधा फायदा सरकार को मिलता है और अंततः यह पैसा देश की जनता के लिए ही काम आता है। यह दर्शाता है कि हमारी अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है और वित्तीय संस्थान इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह सरकार की वित्तीय मजबूती को भी दर्शाता है।
--Advertisement--