
ओडिशा के पुरी शहर में प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा बड़े ही भव्य और श्रद्धापूर्ण तरीके से मनाई गई। इस साल भी लाखों भक्त रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पुरी पहुंचे। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के विशाल रथ को खींचने का उत्साह भक्तों में देखने लायक था।
रथ यात्रा के दौरान भारी भीड़ जुटी थी। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। बावजूद इसके रथ खींचते वक्त भगदड़ और धक्का-मुक्की के कारण करीब 581 श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे। इनमें से कई लोगों को मामूली चोटें आईं, जबकि कुछ को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि रथ यात्रा के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती की गई थी। मेडिकल सुविधाएं भी मौके पर उपलब्ध कराई गई थीं ताकि घायल लोगों का तुरंत इलाज हो सके। इसके अलावा, भीड़ नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी भी रखी गई।
कुछ घायल भक्तों को हाईड्रेशन और थकावट की शिकायत भी हुई, क्योंकि इस बार मौसम गर्म था। इसके बावजूद श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उत्साहित रहे और अपनी आस्था को प्रकट किया।
पुरी की रथ यात्रा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और हर साल इसे देखने और भाग लेने के लिए भारी संख्या में लोग आते हैं। प्रशासन ने कहा है कि आने वाले वर्षों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर बनाने के प्रयास जारी रहेंगे।
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