
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय भोजन अपनी विविधता, मसालों और लाजवाब स्वाद के लिए दुनिया भर में मशहूर है। लेकिन आजकल भारतीय पाक कला में एक नया और रोमांचक बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसे 'आधुनिक भारतीय स्वाद' (Modern Indian Flavours) कहा जाता है। यह पुराने पारंपरिक व्यंजनों को नए और समकालीन अंदाज़ में पेश करने का तरीका है, जो जायके को बनाए रखते हुए प्रस्तुति और अनुभव को बेहतर बनाता है।
इस आधुनिकता के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है राजस्थान का मशहूर 'लाल मास' (Laal Maas)। यह पारंपरिक रूप से एक बेहद तीखी मटन करी है। आधुनिक रेस्तरां में इसे बनाते समय शायद तीखेपन को थोड़ा नियंत्रित किया जाता है या इसमें कुछ नए तत्व जोड़े जाते हैं, लेकिन इसका मूल स्वाद और बनावट बरकरार रखी जाती है। परोसने का तरीका भी बदला जाता है, इसे ज़्यादा आकर्षक और कलात्मक बनाया जाता है, जो खाने वाले को एक नया अनुभव देता है।
इसी तरह, 'तंदूरी' व्यंजन, जैसे तंदूरी चिकन, पनीर टिक्का या तंदूरी रोटियां, जो भारतीय खाने का अहम हिस्सा हैं, उन्हें भी आधुनिक स्पर्श दिया जा रहा है। मैरिनेशन (Marination) के तरीके में नवाचार, पकाने की तकनीक में थोड़ा बदलाव या फिर साथ में परोसी जाने वाली चटनी/सॉस में नयापन लाकर इन क्लासिक डिशेज़ को और भी रोमांचक बनाया जा रहा है। प्रस्तुति यहाँ भी बहुत मायने रखती है; इन व्यंजनों को अक्सर ऐसे ढंग से परोसा जाता है जो आँखों को भी भाए।
यह 'आधुनिक भारतीय स्वाद' केवल बड़े शहरों के फैंसी रेस्तरां तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह धीरे-धीरे लोगों की रसोई और खाने की आदतों का भी हिस्सा बन रहा है। यह दिखाता है कि कैसे हम अपनी culinary heritage (पाक विरासत) का सम्मान करते हुए भी समय के साथ आगे बढ़ सकते हैं और पारंपरिक जायकों को एक नया जीवन दे सकते हैं, जो आज की पीढ़ी और वैश्विक स्वाद कलियों (palates) को पसंद आए।
--Advertisement--