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Up Kiran, Digital Desk: अगर आप यह समझते हैं कि ख़राब वायु गुणवत्ता (Poor Air Quality) सिर्फ़ आपके फेफड़ों (Lungs) और दिल को ही नुकसान पहुँचाती है, तो आप पूरी तरह सही नहीं हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों (Medical Experts) ने एक नई और बेहद चिंताजनक चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि वायु प्रदूषण (Air Pollution) अब हमारे शरीर के जोड़ों (Joints) को भी प्रभावित कर सकता है और गंभीर रूमेटॉइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis - RA) को ट्रिगर कर सकता है।

वायु प्रदूषण और गठिया का गहरा संबंध

रूमेटॉइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून (Autoimmune) बीमारी है, जिसमें हमारी अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) गलती से शरीर के जोड़ों पर हमला करने लगती है, जिससे तेज़ दर्द और सूजन होती है।

शोधों में सामने आया है कि ख़राब वायु प्रदूषण सीधे इस बीमारी की शुरुआत और इसकी गंभीरता को बढ़ा सकता है:

सूक्ष्म कणों का हमला: हवा में मौजूद पीएम 2.5 (PM 2.5) जैसे छोटे कण इतने सूक्ष्म होते हैं कि वे फेफड़ों से रक्तप्रवाह (Bloodstream) में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। एक बार खून में पहुँचने के बाद, वे पूरे शरीर में फैल जाते हैं और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को ज़्यादा सक्रिय कर देते हैं।

पुरानी सूजन (Chronic Inflammation): इस अतिरिक्त सक्रियता से जोड़ों में 'पुरानी सूजन' (Chronic Inflammation) पैदा होती है, जो रूमेटॉइड अर्थराइटिस के विकसित होने के लिए एक ज़रूरी कारक है। यानी, प्रदूषित हवा सीधा आपकी हड्डियों और कार्टिलेज (Cartilage) पर हमला करती है।

बढ़ती गंभीरता: जिन मरीज़ों को पहले से ही आरए है, उनके लिए उच्च वायु प्रदूषण वाला माहौल उनके रोग के लक्षणों को और ज़्यादा बदतर बना सकता है, दर्द बढ़ सकता है, और जोड़ को अधिक नुकसान हो सकता है।

अब बचाव ज़रूरी: विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि जिन लोगों को गठिया का ख़तरा है, उन्हें प्रदूषण का स्तर अधिक होने पर बाहर जाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, घरों में एयर प्यूरीफ़ायर (Air Purifier) का उपयोग करना और घर के अंदर की हवा को साफ रखना बहुत ज़रूरी है। यह साबित हो गया है कि सेहत के लिए शुद्ध हवा केवल सांस लेने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि अब आपकी हड्डियों को बचाने की भी एक दवा है।